अहमदाबाद।। लोग हाईकोर्ट में न्याय की उम्मीद में आते है लेकिन गुजरात हाईकोर्ट ने सुरत के एक जज को न्याय के नाम पर मजाक बना दिया ...
सुरत के एक बेहद ईमानदार जज को कुछ भ्रष्ट साथी जजों ने वकीलों के साथ मिलकर २००२ में १०००० रूपये घुस लेने के आरोप में फंसा दिया था ... ये मामला जजों की स्टेंडिंग कमेटी में जाँच के लिए गया और स्टेंडिंग कमेटी में भी भ्रष्ट जज भरे थे ..उन लोगो ने उस ईमानदार जज को सस्पेंड कर दिया ....
ईमानदार जज ने गुजरात कोर्ट के समक्ष अपने मामले को ले गये .. और एक जज को १७ साल बाद न्याय तो मिला ... गुजरात हाईकोर्ट ने जाँच में पाया की जज को फर्जी केस में फसाया गया है .. और स्टेंडिग कमेटी ने गलत रिपोर्ट बनाई है ...और जज को बहाल करने के आदेश दिए ..
लेकिन .....
गुजरात हाईकोर्ट ने आठ सदस्यों वाली स्टेंडिग कमेटी को दोषी पाते हुए सिर्फ १ रूपये का जुर्माना लगाया .. मतलब आठ लोगो के बीच सिर्फ १ रूपये जुरमाना ? सुप्रीम कोर्ट से अपील है की क्रिपया न्यायपालिका का मजाक मत बनने दे ..
(J.P. Singh)
सुरत के एक बेहद ईमानदार जज को कुछ भ्रष्ट साथी जजों ने वकीलों के साथ मिलकर २००२ में १०००० रूपये घुस लेने के आरोप में फंसा दिया था ... ये मामला जजों की स्टेंडिंग कमेटी में जाँच के लिए गया और स्टेंडिंग कमेटी में भी भ्रष्ट जज भरे थे ..उन लोगो ने उस ईमानदार जज को सस्पेंड कर दिया ....
ईमानदार जज ने गुजरात कोर्ट के समक्ष अपने मामले को ले गये .. और एक जज को १७ साल बाद न्याय तो मिला ... गुजरात हाईकोर्ट ने जाँच में पाया की जज को फर्जी केस में फसाया गया है .. और स्टेंडिग कमेटी ने गलत रिपोर्ट बनाई है ...और जज को बहाल करने के आदेश दिए ..
लेकिन .....
गुजरात हाईकोर्ट ने आठ सदस्यों वाली स्टेंडिग कमेटी को दोषी पाते हुए सिर्फ १ रूपये का जुर्माना लगाया .. मतलब आठ लोगो के बीच सिर्फ १ रूपये जुरमाना ? सुप्रीम कोर्ट से अपील है की क्रिपया न्यायपालिका का मजाक मत बनने दे ..
(J.P. Singh)