मुंबई।। महिलाओं
में रक्ताल्पता (एनीमिया) की बीमारी एक बहुत बड़ी स्वास्थ्य समस्या है।
भारत में 25 लाख से अधिक महिलाओं के रक्त के विश्लेषण में खुलासा किया गया
है कि हर दूसरी महिला एनीमिया की शिकार है। पश्चिमी क्षेत्र की महिलाएं
पूर्वी एवं उत्तरी क्षेत्र की महिलाओं से एनीमिया की बीमारी के मामले में
स्वास्थ्य को लेकर अधिक बेहतर है। दक्षिणी भारत में एनीमिया से पीडि़त
महिलाओं का प्रतिशत कम है।
शोध के परिणाम एसआर प्रयोगशाला में 2012 एवं
2014 के बीच महिलाओं के स्वास्थ्य पर किए गये रोकथाम जांच पर आधारित थे।
चिकित्सकों ने बताया कि भारत में एनीमिया खासतौर पर महिलाओं की एक बड़ी
स्वास्थ्य समस्या है। आंकड़े में सुझाव दिया गया है कि लगभग 6० फीसदी
महिलाओं में हीमोग्लोबिन का स्तर कम है जिसकी वजह से उनके शरीर को पर्याप्त
मात्रा में आक्सीजन नहीं मिल पाती है। पूर्वी क्षेत्र में एनीमिया से
पीडि़तों की संख्या सबसे अधिक है तथा 72 फीसदी महिलाएं रक्ताल्पता से
पीडि़त हैं। एक रोग विशेषज्ञ के मुताबिक आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को
उचित पोषण नहीं मिल पाता है तथा उनके शरीर में आयरन की कमी होती है इसके
अलावा माहवारी के दौरान अधिक मात्रा में रक्त निकलना तथा थैलासीमिया का
उपचार नहीं हो पाना एनीमिया का मुख्य कारण है।