भारत सरकार इस साल 3 लाख करोड़ रु की लागत से बनने वाले नयी सड़कों का project शुरू करने जा रही है।
इसमें सबसे महत्वपूर्ण है "भारत माला" जो पूरे देश के तटीय क्षेत्र और border area को मिलाते हुए बनेग। इसमें 50,000करोड़ की लागत आएगी।
उत्तराखंड में 4 धाम को जोड़ने वाला highway जो 11,000 करोड़ की लागत से बनेगा। UPA सरकार में सड़क निर्माण की गति प्रतिदिन सिर्फ 2 km रह गयी थी जिसे वर्तमान मोदी सरकार 12 km प्रतिदिन पे ले आई है और इसे अगले साल तक 30 km प्रतिदिन तक ले जाने का लक्ष्य है।
मानसून शुरू होते ही cement कंपनियां सरकार को 140 रु के rate से cement देना शुरू कर देंगी। साल बीतते बीतते कुछ बड़े शहरों में metro निर्माण भी शुरू हो जाएगा।
इसमें सबसे महत्वपूर्ण है "भारत माला" जो पूरे देश के तटीय क्षेत्र और border area को मिलाते हुए बनेग। इसमें 50,000करोड़ की लागत आएगी।
उत्तराखंड में 4 धाम को जोड़ने वाला highway जो 11,000 करोड़ की लागत से बनेगा। UPA सरकार में सड़क निर्माण की गति प्रतिदिन सिर्फ 2 km रह गयी थी जिसे वर्तमान मोदी सरकार 12 km प्रतिदिन पे ले आई है और इसे अगले साल तक 30 km प्रतिदिन तक ले जाने का लक्ष्य है।
मानसून शुरू होते ही cement कंपनियां सरकार को 140 रु के rate से cement देना शुरू कर देंगी। साल बीतते बीतते कुछ बड़े शहरों में metro निर्माण भी शुरू हो जाएगा।