नई दिल्ली।। भारत देश युवाओं का देश है। पर यहां बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं में काफी हद तक बढ़ोतरी हो रही है। जो देश अपने
संस्कारों के लिए पूरी दुनिया में पहचान रखता है, वहीं के बुजुर्गों के साथ
उनके बच्चे दुव्र्यवहार करते हैं। ताजे अध्ययन में ये बात सामने आई है।
निराश होने वाली बात तो है कि प्रताड़ित किए गए 95 फीसदी बुजुर्ग इसकी कभी
किसी से शिकायत भी नहीं करते। गैर सरकारी संगठन ऐजवेल फाउंडेशन के अध्यय
में ये बात निकलकर आई है कि भारत में लगभग 25 से 30 प्रतिशत बुजुर्ग
व्यक्तियों के साथ अनुचित, बुरा बर्ताव और यहां तक कि उन्हें यातना भी दी
जाती है। ऐजवेल फाउंडेशन ने 'भारत में बुजुर्ग व्यक्तियों के साथ
र्दुव्यवहा इसमें करीब 1000 बुजुर्गों को शामिल किया गया।
इसमें बताया गया
है कि अनुचित, बुरा बर्ताव या यातना सहने वाले केवल पांच प्रतिशत बुजुर्ग
व्यक्ति ही सामने आते हैं और पुलिस या किसी अन्य संस्था के पास शिकायत करते
हैं। ऐजवेल फाउंडेशन के हिमांशु रथ ने बताया कि बुजुर्गों के शिकायत नहीं
करने के लिए सामने आने के कई कारण हैं। हिमांशु रथ ने बताया, 'बुजुर्ग
व्यक्तियों में इस डर का सबसे अधिक सामान्य कारण अपने परिवार या सहयोग को
खोने का रहता है। वह डरते हैं कि अपराध की शिकायत करने के कारण वृद्धावस्था
में तनाव और परेशानी होगी। परेशान करने वाला व्यक्ति आरोप लगाने या दोषी
पाये जाने पर उनसे संबंध तोड़ सकता है।' उन्होंने बताया इसका मनोवैज्ञानिक
पहलू यह भी है कि लोग बुढ़ापे में अकेलापन, अलगाव और हाशिये पर रहने से
परहेज करते हैं। ऐसे में वह चुप रहते हैं और दुव्र्यवहार एवं दुराचार सहते
रहते हैं।