बंजरवाला/देहरादून।। 19 फरवरी को देहरादून के बंजरवाला क्षेत्र से 11 वर्षीय बच्ची को पड़ोस में ही रहना वाला मुल्ला मुनाजिर पुत्र मोहम्मद शब्बीर निवासी ग्राम-बलवा थाना महलगाव जिला अररिया बिहार अपहरण कर ले गया। मजदूरी करने वाले लड़की के माता पिता ने तुरंत इसकी सूचना पटेल नगर थाने में दी परंतु पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। किसी तरह गरीब माता पिता अपनी मासूम बच्ची को ढूँढ़ते हुए मुल्ला मुनाजिर के घर बिहार पहुंचे जहाँ बच्ची सामने खड़ी थी। लड़की के माता पिता को देख पूरा गाव एकत्रित हो गया, गाव में 100% मुसलमान रहते है। लड़की बिलकती रही पर गाव के मुल्लाओं ने गरीब माँ बाप की एक न सुनी। गाव के प्रधान ने गरीब माता पिता को उर्दू में लिखा एक कागज़ पकड़ा दिया और कहा की अल्लाह के हुक्म से उनकी 11 वर्षीय बच्ची का निक़ाह 24 साल के मुनाजिर से करा दिया है। गरीब हिन्दू माता पिता को 10 मिनट में गाव छोड़ देने को कहा गया जिसपर लड़की के माता पिता निकट ही स्थित थाने महलगाव गए और अधिकारियो को सब कुछ बताया।
बिहार पुलिस के आला अधिकारियो ने धक्के मार गरीब माता पिता को भगा दिया और कहा की बिहार में मुसलमानों पर केस दर्ज करना मना है। रोते हुए गरीब माँ बाप देहरादून पहुंचे और बहुत दबाव के बाद 26 मार्च को पटेल नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और गरीब मजदूर बाप को तत्काल में ट्रेन के चार टिकट करवाने को कहा। बेचारे बाप ने किसी तरह पुलिस वालो के लिए टिकट खरीदे और औपचारिक निभाने के लिए पुलिस दल बिहार पहुंचा। फिर वही हुआ जो पहले हुआ था। गाव के लोगों ने लड़की दिखाई परंतु देने से मना कर दिया। पुलिस बैरंग लौट आई। पिछले 3 माह से लगभग हर रोज़ दोनों माँ बाप पटेल नगर थाने जाते है जहाँ से उन्हें रोज़ पुलिस भगा देती है।
देहरादून का कोई ऐसा विधायक, पार्षद,सभासद या सामजिक संघठन नहीं जिसे गरीब माँ बाप ने सहायता के लिए ना पुकारा हो। कोई नहीं आया। सब ओर से हार परिवार बजरंग दल तक पहुंचा। 18 मई को बजरंग दल ने पटेल नगर थाने का घेराव किया तब जाकर पुलिस की नींद टूटी और पुलिस ने 14 दिन के भीतर लड़की वापस लाने का भरोसा दिया। आज एक माह बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। लड़की का गरीब परिवार बिलख रहा है पर कोई नही जो उनके लिए लड़े। एक 11 साल की बच्ची से पिछले 4 माह से रोज़ दुराचार हो रहा है और धर्म निरपेक्षता की दुहाई दे पुलिस हाथ में मेहँदी लगाये बैठी है।
(अमित तोमर)
जिला संयोजक बजरंग दल देहरादून
बिहार पुलिस के आला अधिकारियो ने धक्के मार गरीब माता पिता को भगा दिया और कहा की बिहार में मुसलमानों पर केस दर्ज करना मना है। रोते हुए गरीब माँ बाप देहरादून पहुंचे और बहुत दबाव के बाद 26 मार्च को पटेल नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और गरीब मजदूर बाप को तत्काल में ट्रेन के चार टिकट करवाने को कहा। बेचारे बाप ने किसी तरह पुलिस वालो के लिए टिकट खरीदे और औपचारिक निभाने के लिए पुलिस दल बिहार पहुंचा। फिर वही हुआ जो पहले हुआ था। गाव के लोगों ने लड़की दिखाई परंतु देने से मना कर दिया। पुलिस बैरंग लौट आई। पिछले 3 माह से लगभग हर रोज़ दोनों माँ बाप पटेल नगर थाने जाते है जहाँ से उन्हें रोज़ पुलिस भगा देती है।
देहरादून का कोई ऐसा विधायक, पार्षद,सभासद या सामजिक संघठन नहीं जिसे गरीब माँ बाप ने सहायता के लिए ना पुकारा हो। कोई नहीं आया। सब ओर से हार परिवार बजरंग दल तक पहुंचा। 18 मई को बजरंग दल ने पटेल नगर थाने का घेराव किया तब जाकर पुलिस की नींद टूटी और पुलिस ने 14 दिन के भीतर लड़की वापस लाने का भरोसा दिया। आज एक माह बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। लड़की का गरीब परिवार बिलख रहा है पर कोई नही जो उनके लिए लड़े। एक 11 साल की बच्ची से पिछले 4 माह से रोज़ दुराचार हो रहा है और धर्म निरपेक्षता की दुहाई दे पुलिस हाथ में मेहँदी लगाये बैठी है।
(अमित तोमर)
जिला संयोजक बजरंग दल देहरादून