कानपुर।। आने वाले समय में
कपड़ों के जरिये घर बैठे मनुष्य की बीमारी डॉक्टर तक पहुंच जाएगी और डॉक्टर
उसका इलाज भी शुरू कर देंगे। मरीजों के लिए वैज्ञानिक ठनैनो क्लॉथठ तैयार
कर रहे हैं। कपड़े (नैनो क्लॉथ) में सेंसर लगे होंगे। यह बहुत सूक्ष्म
होंगे। यह सेंसर खून के दबाव व उसमें होने वाले उतार- चढ़ाव के जरिये
संभावित रोग के बारे में बताएंगे। यह जानकारी कपड़े पर लगे सेंसर के जरिये
उस अस्पताल के पास पहुंच जाएगी जहां से व्यक्ति का टाईअप होगा। इसके बाद
मरीज को अस्पताल ले जाया जाएगा और मरीज का इलाज शुरू कर दिया जाएगा।
अमेरिका
और इंग्लैंड में सेंसर लगे इन कपड़ों का इस्तेमाल शुरू हो चुका है जबकि
भारत में शोध जारी है। उत्तर प्रदेश व प्रौद्योगिकी संस्थान (यूपीटीटीआई)
के छात्रों के लिए इस साल से पाठयक्रम में नैनो टेक्सटाइल के इस कोर्स को
जोड़ा जाएगा। यूपीटीटीआई मेंठकरीकुलम डेवलपमेंट इन टेक्सटाइलठ विषय पर
आयोजित कार्यशाला के दौरान नैनो, व स्मार्ट टेक्सटाइल समेत पाठयक्रम में
अन्य कोर्स शामिल किए जाने की जरूरत महसूस की गई।कार्यशाला में आए
टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने कहा कि शिक्षा को रोजगारपरक बनाने
की जरूरत है। आने वाला समय नैनो टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी व स्मार्ट टेक्नोलॉजी
समेत कपड़ों की ऐसी तकनीक विकसित करने का है जो मनुष्य को आराम देने के
साथ उनके स्वास्थ्य पर भी ध्यान रखें। यूपीटीटीआई के निदेशक प्रो. डीबी
शाक्यवार ने बताया कि प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा मोनिका गर्ग के दिशा
निर्देश पर रोजगारपरक व उद्योगों की मांग के अनुसार बीटेक व एमटेक के
पाठयक्रम को विकसित किया जा रहा है।