भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने टाइम्स समाचार समूह पर 100 करोड़ का मानहानि का दावा किया है। खबर ये है कि पूरा टाइम्स समूह, मालिक विनीत जैन से लेकर संपादकों तक, सब नाक रगड़ रहे हैं, लेकिन शाह रियायत देने को तैयार नहीं है।
शाह ने मुद्दा बनाया है टाइम्स ऑफ़ इंडिया की उस हरकत को, जब उनके भाषण को तोड़-मरोड़कर लिख दिया गया था कि "अच्छे दिन आने में 25 साल लगेंगे।" जबकि शाह का भाषण ऑन रिकॉर्ड मौजूद है, जिसमे वो कह रहे हैं कि "5 साल में मंहगाई कम की जा सकती है। युवाओं को रोजगार दिया जा सकता है। सीमाओं को सुरक्षित बनाया जा सकता है। विदेश नीति से भारत का सम्मान लौटाया जा सकता है। लेकिन यदि देश को दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर बिठाना है तो अगले 25 सालों तक केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकार चाहिए। "
शाह का कहना है कि उनकी पार्टी की छवि को खराब करने के लिए मीडिया के एक वर्ग द्वारा ख़बरों को जानबूझकर तोड़ा-मरोड़ा जाता है। शायद इस बार शाह हिसाब बराबर करके ही रहेंगे। इस बेईमानी का हिसाब होना भी चाहिए।
शाह ने मुद्दा बनाया है टाइम्स ऑफ़ इंडिया की उस हरकत को, जब उनके भाषण को तोड़-मरोड़कर लिख दिया गया था कि "अच्छे दिन आने में 25 साल लगेंगे।" जबकि शाह का भाषण ऑन रिकॉर्ड मौजूद है, जिसमे वो कह रहे हैं कि "5 साल में मंहगाई कम की जा सकती है। युवाओं को रोजगार दिया जा सकता है। सीमाओं को सुरक्षित बनाया जा सकता है। विदेश नीति से भारत का सम्मान लौटाया जा सकता है। लेकिन यदि देश को दुनिया में सर्वोच्च स्थान पर बिठाना है तो अगले 25 सालों तक केंद्र और राज्यों में भाजपा सरकार चाहिए। "
शाह का कहना है कि उनकी पार्टी की छवि को खराब करने के लिए मीडिया के एक वर्ग द्वारा ख़बरों को जानबूझकर तोड़ा-मरोड़ा जाता है। शायद इस बार शाह हिसाब बराबर करके ही रहेंगे। इस बेईमानी का हिसाब होना भी चाहिए।