आपने कपड़े, जूते, चप्पल और मोबाइल जैसी चीजें तो ऑनलाइन बिकते देखी ही होंगी, लेकिन क्या कभी गाय का गोबर ऑनलाइन बिकते देखा है। दरअसल, नवरात्रि के मौके पर हवन आदि में गाय के गोबर से बने उपले इस्तेमाल होते हैं।
इसी के चलते उपलों की ऑनलाइन सेल बढ़ गई है। हवन की सामग्री के साथ बहुत सारी वेबसाइट्स पर आपको गोबर के उपले भी ऑनलाइन बिकते दिख जाएंगे। आपके सिर्फ ऑर्डर करना है और इसकी होम डिलीवरी हो जाएगी।
इन उपलों की कीमतें भी मामूली नहीं हैं। दर्जन भर कंडों की कीमत भी 150 रुपए से अधिक तक है। विदेशों में तो इनकी कीमत और भी अधिक है, क्योंकि वहां पर इसकी मांग बहुत कम है।
विदेशों में बहुत सारे भारतीय रहते हैं, जो त्योहारों के मौकों पर पूजा-पाठ करते हैं। ऐसे में उन्हें हवन समाग्री और उपलों की जरूरत महसूस होती है। इसकी जरूरत को पूरा करने का काम ऑनलाइन वेबसाइट्स बखूबी कर रही हैं।
कई वेबसाइट्स पर न सिर्फ उपलों को उपयोग करने के तरीके बताए हैं, बल्कि उपलों की राख से क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, इसके भी तरीके बताए गए हैं। बहुत से लोग उपलों का राख का उपयोग अपने घरों में बने छोट-मोटे गार्डन में भी करते हैं।
इसी के चलते उपलों की ऑनलाइन सेल बढ़ गई है। हवन की सामग्री के साथ बहुत सारी वेबसाइट्स पर आपको गोबर के उपले भी ऑनलाइन बिकते दिख जाएंगे। आपके सिर्फ ऑर्डर करना है और इसकी होम डिलीवरी हो जाएगी।
इन उपलों की कीमतें भी मामूली नहीं हैं। दर्जन भर कंडों की कीमत भी 150 रुपए से अधिक तक है। विदेशों में तो इनकी कीमत और भी अधिक है, क्योंकि वहां पर इसकी मांग बहुत कम है।
विदेशों में बहुत सारे भारतीय रहते हैं, जो त्योहारों के मौकों पर पूजा-पाठ करते हैं। ऐसे में उन्हें हवन समाग्री और उपलों की जरूरत महसूस होती है। इसकी जरूरत को पूरा करने का काम ऑनलाइन वेबसाइट्स बखूबी कर रही हैं।
कई वेबसाइट्स पर न सिर्फ उपलों को उपयोग करने के तरीके बताए हैं, बल्कि उपलों की राख से क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, इसके भी तरीके बताए गए हैं। बहुत से लोग उपलों का राख का उपयोग अपने घरों में बने छोट-मोटे गार्डन में भी करते हैं।