बीजिंग।। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने गोपनीयता और सुरक्षा कारणों से अपने सैनकों के विदेशी गैर सरकारी संगठनों (NGO) से जुड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन की आधिकारिक मीडिया के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल पोलिटिकल डिपार्टमेंट से जारी नये नियमन में सेना में सेवाएं दे रहे लोगों के विदेशी NGO से जुड़ने पर रोक लगा दी गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी NGO में एसोसिएशनों, अकादमिक सोसाइटी, चैंबर ऑफ कॉमर्स, फाउंडेशन, रिसर्च इंस्टीट्यूट जैसे, कानूनी तरीके से विदेशों में स्थापित गैर सरकारी और गैर लाभकारी समूहों का जिक्र है।
बीजिंग स्थित एक सैन्य विशेषज्ञ सोंग झोंगपिंग ने कहा कि गोपनीयता की वजहों से ऐसा किया गया है। सोंग ने कहा कि कई विदेशी एनजीओ चीनी सैनिकों की भर्ती कर सैन्य सूचनाएं हासिल करने के लिए बनाये गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ एनजीओ सैनिकों के विचार में पर्वितन की कोशिश करते हैं।
नियमन के कार्यान्वयन के लिए प्रभारी कार्यकारी समूह ने कहा है कि विदेशी एनजीओ से जुड़ना राजनीतिक रूप से संवेदनशील है और पीएलए हमेशा से एकीकृत रही है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी NGO में एसोसिएशनों, अकादमिक सोसाइटी, चैंबर ऑफ कॉमर्स, फाउंडेशन, रिसर्च इंस्टीट्यूट जैसे, कानूनी तरीके से विदेशों में स्थापित गैर सरकारी और गैर लाभकारी समूहों का जिक्र है।
बीजिंग स्थित एक सैन्य विशेषज्ञ सोंग झोंगपिंग ने कहा कि गोपनीयता की वजहों से ऐसा किया गया है। सोंग ने कहा कि कई विदेशी एनजीओ चीनी सैनिकों की भर्ती कर सैन्य सूचनाएं हासिल करने के लिए बनाये गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ एनजीओ सैनिकों के विचार में पर्वितन की कोशिश करते हैं।
नियमन के कार्यान्वयन के लिए प्रभारी कार्यकारी समूह ने कहा है कि विदेशी एनजीओ से जुड़ना राजनीतिक रूप से संवेदनशील है और पीएलए हमेशा से एकीकृत रही है।