वाशिंगटन।। एक शीर्ष अमेरिकी सीनेटर ने कहा है कि सउदी अरब पाकिस्तान में करीब 24 हजार मदरसों को आर्थिक मदद मुहैया करा रहा है और वह असहिष्णुता फैलाने के लिए धन सुनामी भेज रहा है। सीनेटर क्रिस मर्फी ने कहा कि अमेरिका को सउदी अरब द्वारा कट्टरपंथी इस्लाम को प्रायोजित किए जाने पर अपनी प्रभावी मौन सहमति की स्थिति को समाप्त करने की आवश्यकता है।
घृणा और आतंक को बढ़ाने के लिये दिया जा रहा पैसा- मर्फी
मर्फी ने कहा कि पाकिस्तान इस बात का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है जहां सउदी अरब से आ रहे धन का इस्तेमाल उन धार्मिक स्कूलों को मदद के लिए किया जा रहा है जो घृणा और आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस को संबोधित करते हुए कहा, 'पाकिस्तान में 24 हजार ऐसे मदरसे हैं जिनमें से हजारों को मिलने वाली आर्थिक मदद सउदी अरब से आती है।'
घृणा और आतंक को बढ़ाने के लिये दिया जा रहा पैसा- मर्फी
मर्फी ने कहा कि पाकिस्तान इस बात का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है जहां सउदी अरब से आ रहे धन का इस्तेमाल उन धार्मिक स्कूलों को मदद के लिए किया जा रहा है जो घृणा और आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस को संबोधित करते हुए कहा, 'पाकिस्तान में 24 हजार ऐसे मदरसे हैं जिनमें से हजारों को मिलने वाली आर्थिक मदद सउदी अरब से आती है।'