लखनऊ।। उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस अधिकारी बी.चन्द्रकला सिर्फ पांच साल में खेत, मकान की मालिक हो गयीं। उनकी नन्हीं सी बेटी के नाम लखनऊ में 67 लाख की कीमत वाला एक फ्लैट भी हो गया। करीमनगर (आंध्र प्रदेश) में सिर्फ 4.39 लाख में खरीदे गये खेत से तीन लाख रुपये सालाना की आमदनी हो रही है।
2008 बैच की आइएएस अधिकारी बी.चन्द्रकला 2011-12 में इलाहाबाद में मुख्य विकास अधिकारी थीं। उस समय दाखिल सालाना आइपीआर (अचल संपत्ति का ब्योरा) में उनके पास एक भी अचल संपत्ति नहीं थी, अलबत्ता उनके पति श्रीरामुलू के पास आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी जिले में दस लाख कीमत का एक प्लाट जरूर था। 2012-13 में सरकार ने बी.चन्द्रकला को खनन बहुल हमीरपुर का डीएम नियुक्त किया और इसी साल उन्होंने आंध्र प्रदेश के अन्नपूर्णानगर (रंगारेड्डी) में दो प्लाट खरीदे, हालांकि इसके लिए उन्होंने चार लाख रुपये का प्राइवेट लोन दिखाया है।
इसी साल नन्हीं सी बेटी के नाम लखनऊ के सरोजनी नायडू मार्ग यानी हजरतगंज में 48 लाख का फ्लैट खरीदा गया है। चन्द्रकला ने फ्लैट बेटी के नाना-नानी की ओर से गिफ्ट किये जाने की बात कही है। मौजूदा समय में 67 लाख कीमत वाले इस फ्लैट से छह लाख रुपये सालाना आमदनी का जिक्र उन्होंने अपने आइपीआर में किया है। वर्ष 2013-2014 में बी. चन्द्रकला के पति के नाम करीमनगर में खेती योग्य जमीन का बैनामा हुआ, तब भी वह जिलाधिकारी थीं। महज 4.39 लाख की इस जमीन से हर साल तीन लाख रुपये की आमदनी हो रही है।
2008 बैच की आइएएस अधिकारी बी.चन्द्रकला 2011-12 में इलाहाबाद में मुख्य विकास अधिकारी थीं। उस समय दाखिल सालाना आइपीआर (अचल संपत्ति का ब्योरा) में उनके पास एक भी अचल संपत्ति नहीं थी, अलबत्ता उनके पति श्रीरामुलू के पास आंध्र प्रदेश के रंगारेड्डी जिले में दस लाख कीमत का एक प्लाट जरूर था। 2012-13 में सरकार ने बी.चन्द्रकला को खनन बहुल हमीरपुर का डीएम नियुक्त किया और इसी साल उन्होंने आंध्र प्रदेश के अन्नपूर्णानगर (रंगारेड्डी) में दो प्लाट खरीदे, हालांकि इसके लिए उन्होंने चार लाख रुपये का प्राइवेट लोन दिखाया है।
इसी साल नन्हीं सी बेटी के नाम लखनऊ के सरोजनी नायडू मार्ग यानी हजरतगंज में 48 लाख का फ्लैट खरीदा गया है। चन्द्रकला ने फ्लैट बेटी के नाना-नानी की ओर से गिफ्ट किये जाने की बात कही है। मौजूदा समय में 67 लाख कीमत वाले इस फ्लैट से छह लाख रुपये सालाना आमदनी का जिक्र उन्होंने अपने आइपीआर में किया है। वर्ष 2013-2014 में बी. चन्द्रकला के पति के नाम करीमनगर में खेती योग्य जमीन का बैनामा हुआ, तब भी वह जिलाधिकारी थीं। महज 4.39 लाख की इस जमीन से हर साल तीन लाख रुपये की आमदनी हो रही है।