लखनऊ।। देवरिया में आज दिन में जिलाधिकारी कार्यालय में कच्ची शराब बह रही थी। यहां महिलाओं ने गांव से कच्ची शराब भरे कंटेनरों को पलटकर अपना विरोध जताया।
देवरिया में रूद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम तिवईं में कच्ची शराब की काफी दिन से बेरोकटोक बिक्री से क्षुब्ध की दर्जन भर महिलाएं आज दिन में करीब दो बजे महिला एकता शक्ति संगठन की अध्यक्ष मन्नू तिवारी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची। उनके हाथ में दर्जन भर गैलन थे। इनमें लहन व कच्ची दारू भरी थी। महिलाओं के मुताबिक गांव के अंदर और बाहर कई वर्ष से कच्ची शराब बनाई जा रही है। इसके सेवन से कई लोगों की मौत भी हो गई। इस प्रकरण से प्रशासनिक एवम् पुलिस अधिकारियों को भी अवगत कराया गया। इसके बाद भी कच्ची शराब का निर्माण और उसकी बिक्री बंद नहीं हुई। प्रशासन की अनदेखी से खफा महिलाओं ने अधिकारियों की आंख पर बंधी पट्टी को उतारने की नीयत से आज लहन व कच्ची शराब की खेप डीएम कार्यालय परिसर में उड़ेल दी। इसके पहले उन्होंने कच्ची शराब के कारोबारियों के अड्डे पर धावा बोलकर लहन व शराब अपने कब्जे में ले लिया। इसकी सूचना भी स्थानीय पुलिस को दी गई, लेकिन वह मौके पर नहीं गई। इधर महिलाओं की इस कार्रवाई के बाद प्रशासनिक अफसर अब उनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई में जुटे हैं। उपजिलाधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने कोतवाली प्रभारी गोपाल त्रिपाठी को महिलाओं के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करने का आदेश दिया है। फिलहाल इस प्रकरण में पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।
देवरिया में रूद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम तिवईं में कच्ची शराब की काफी दिन से बेरोकटोक बिक्री से क्षुब्ध की दर्जन भर महिलाएं आज दिन में करीब दो बजे महिला एकता शक्ति संगठन की अध्यक्ष मन्नू तिवारी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची। उनके हाथ में दर्जन भर गैलन थे। इनमें लहन व कच्ची दारू भरी थी। महिलाओं के मुताबिक गांव के अंदर और बाहर कई वर्ष से कच्ची शराब बनाई जा रही है। इसके सेवन से कई लोगों की मौत भी हो गई। इस प्रकरण से प्रशासनिक एवम् पुलिस अधिकारियों को भी अवगत कराया गया। इसके बाद भी कच्ची शराब का निर्माण और उसकी बिक्री बंद नहीं हुई। प्रशासन की अनदेखी से खफा महिलाओं ने अधिकारियों की आंख पर बंधी पट्टी को उतारने की नीयत से आज लहन व कच्ची शराब की खेप डीएम कार्यालय परिसर में उड़ेल दी। इसके पहले उन्होंने कच्ची शराब के कारोबारियों के अड्डे पर धावा बोलकर लहन व शराब अपने कब्जे में ले लिया। इसकी सूचना भी स्थानीय पुलिस को दी गई, लेकिन वह मौके पर नहीं गई। इधर महिलाओं की इस कार्रवाई के बाद प्रशासनिक अफसर अब उनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई में जुटे हैं। उपजिलाधिकारी अजय कुमार श्रीवास्तव ने कोतवाली प्रभारी गोपाल त्रिपाठी को महिलाओं के खिलाफ अभियोग पंजीकृत करने का आदेश दिया है। फिलहाल इस प्रकरण में पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है।