मुंबई।। मुस्लिम लड़की मरियम सिद्धिकी के 'भगवत गीता' परीक्षा जीतने के बाद धर्मनिरपेक्षता की एक और मिसाल सामने आई है. इस बार कर्नाटक-केरल की सीमा पर स्थित सुल्लियापडावु की रहने वाली एक मुस्लिम छात्रा फातिमात राहिला ने 'रामायण' पर आधारित परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, फातिमात राहिला सुल्लियापडावु के सर्वोदय हाईस्कूल में नौवीं क्लास की छात्रा है. फातिमात ने जिला स्तर पर आयोजित एक परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है.
भारतीय संस्कृतिक प्रतिष्ठान ने बीते साल नवंबर में रामायण पर आधारित एक परीक्षा का आयोजन किया था. इस परीक्षा में जिले के बच्चों ने हिस्सा लिया था. राहिला ने इस परीक्षा में 93 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. राहिला का कहना है कि वह रामायण और महाभारत पर आधारित सलेबस पढ़ना चाहती है.
वहीं फैक्टरी में काम करने वाले राहिला के पिता इब्राहिम एम ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए उसके चाचा ने उसकी काफी मदद की. राहिला का परिवार चाहता था कि उनकी बेटी इस प्रतियोगिता में अव्वल आए. राहिला की मां घरेलू महिला है.
इस प्रतियोगिता में राहिला के साथ उसके स्कूल के 39 बच्चों ने हिस्सा लिया था. इस परीक्षा में आठवीं और नौवीं क्लास के छात्र ही हिस्सा ले सकते थे.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, फातिमात राहिला सुल्लियापडावु के सर्वोदय हाईस्कूल में नौवीं क्लास की छात्रा है. फातिमात ने जिला स्तर पर आयोजित एक परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है.
भारतीय संस्कृतिक प्रतिष्ठान ने बीते साल नवंबर में रामायण पर आधारित एक परीक्षा का आयोजन किया था. इस परीक्षा में जिले के बच्चों ने हिस्सा लिया था. राहिला ने इस परीक्षा में 93 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. राहिला का कहना है कि वह रामायण और महाभारत पर आधारित सलेबस पढ़ना चाहती है.
वहीं फैक्टरी में काम करने वाले राहिला के पिता इब्राहिम एम ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए उसके चाचा ने उसकी काफी मदद की. राहिला का परिवार चाहता था कि उनकी बेटी इस प्रतियोगिता में अव्वल आए. राहिला की मां घरेलू महिला है.
इस प्रतियोगिता में राहिला के साथ उसके स्कूल के 39 बच्चों ने हिस्सा लिया था. इस परीक्षा में आठवीं और नौवीं क्लास के छात्र ही हिस्सा ले सकते थे.