यहा मुस्लिमों ने राम-मंदिर निर्माण के लिए ना केवल चंदा दिया अपितु श्रमदान भी किया
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यहा मुस्लिमों ने राम-मंदिर निर्माण के लिए ना केवल चंदा दिया अपितु श्रमदान भी किया

    मुरैना।। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर भले ही विवाद चल रहा है, लेकिन मुरैना के मुस्लिमों ने अनोखी मिसाल पेश की है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए न सिर्फ चंदा दिए हैं, बल्कि श्रमदान भी किया। उन्होंने अपने गांव में राम मंदिर का निर्माण करवाया है।
     गांव में बनने वाले एक मंदिर के लिए मुस्लिम समुदाय ने न केवल जमीन दी, बल्कि चंदा भी दिया। दरअसल, मुरैना से तकरीबन 60 किलोमीटर दूर कैलारस जनपद का गांव खेड़ाकला लोगों के लिए सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बन गया है। गांव में आपसी सहयोग से श्रीराम जानकी मंदिर निर्माण के लिए जगह की समस्या आई तो पूर्व में हिंदू समुदाय के लोग जो जमीन मुस्लिम समुदाय को बेंच चुके थे। वह जगह सभी गांव वालों को उपयुक्त लगी।
    इस बात की जानकारी जब मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगी तो वह जमीन देने के लिए तैयार हो गये। गांव में रहने वाले सभी मुस्लिम परिवारों ने मंदिर निर्माण के लिए चंदा दिया। साथ ही श्रमदान भी किया। गांव के सरपंच संतकुमार सिंह का कहना है कि बहुत पहले यह जमीन उनके पूर्वजों की थी। जिसे मुस्लिम समुदाय के लोगों को बेच दिया था अब जब मंदिर निर्माण के लिए जगह की जरूरत पड़ी तो मुस्लिम समुदाय ने उन्हें यह जमीन दे दी।
      उस गांव में तकरीबन 80 परिवार मुस्लिम समुदाय के रहते हैं। जिन्होंने मंदिर निर्माण के लिए लगभग 50 हजार रुपए दिए हैं। मदिर निर्माण के पूरा होने पर एक विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया। गांव के लोग कहते हैं कि हिंदू और मुस्लमान तो बाद में है पहले हम इंसान हैं और इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
    हम लोग इंसानियत को सर्वोपरि मानकर अपना काम करते हैं। साथ ही उनका कहना है कि देश में कुछ असमाजिक तत्व हिंदू-मुस्लिम में विवाद कराकर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रहे हैं, लेकिन हमारे गांव में ऐसा कुछ भी नहीं है। भले ही इस गांव में विभिन्न जाति और समाज के लोग रहते हो, लेकिन वह अपना हर त्योहार आपस में मिलजुलकर मनाते हैं। भले ही धर्म और सम्प्रदाय अलग है, लेकिन भाईचारा इन सब पर भारी है।