जयपुर।। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्री राहुल गाँधी के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भाजपा के बायतू विधायक श्री कैलाश चौधरी एवं रामगढ़ विधायक श्री ज्ञानदेव आहूजा की गिरफ्तारी की माँग को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री सचिन पायलट के नेतृत्व में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने आज महामहिम राज्यपाल श्री कल्याण सिंह से राजभवन पहुंचकर मुलाकात की।
ज्ञापन में महामहिम राज्यपाल को अवगत करवाया गया कि गत् 17 फरवरी, 2016 को भाजपा के बायतू से विधायक श्री कैलाश चौधरी द्वारा जनता एवं प्रेस समूह को सम्बोधित करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री राहुल गॉंधी जी को जान से मार देने, फांसी चढ़ाने एवं शूट करने का लोक आह्वान किया गया था, जो उक्त विधायक की आपराधिक कृत्य की मंशा को स्पष्ट करता है। श्री चौधरी के बयान का समर्थन करते हुए एवं उनके सुर में सुर मिलाते हुए भाजपा के ही रामगढ़ के विधायक श्री ज्ञानदेव आहूजा ने दिनांक 22 फरवरी, 2016 को सार्वजनिक रूप से ऐसी ही घोर आपत्तिजनक बयानबाजी की तथा मीडिया में सार्वजनिक उद्घोषणा कर श्री आहूजा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री राहुल गॉंधी जी के प्रति अशोभनीय व अनर्गल बयान जारी करने वाले विधायकों के खिलाफ सरकार के स्तर पर किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही नहीं होगी, जो इस बात का स्पष्ट द्योतक है कि उक्त दोनों भाजपा के विधायकों को प्रदेश के भाजपा संगठन, सरकार व केन्द्र के शीर्ष नेतृत्व का संरक्षण प्राप्त है। यह आचरण लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ होने के कारण अत्यन्त निन्दनीय है जिसकी हम भत्र्सना करते हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से वैमनस्य फैलाने वाले भारतीय जनता पार्टी के ऐसे ओछे हथकण्डों का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों को जिस मर्यादा व लोक व्यवहार का पालन करना चाहिए उसे श्री चौधरी एवं श्री आहूजा द्वारा दरकिनार किया गया है। भाजपा के दोनों विधायकों का कृत्य भारतीय दण्ड संहिता की धारा 505, 115, 116, 152, 153क एवं 153ख के तहत् आपराधिक श्रेणी का होने के साथ ही जनभावनाओं को भडक़ाकर देश के सौहाद्र्र को नुकसान पहुॅंचाने का कुत्सित प्रयास है।
ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस के प्रतिनिधि मण्डल ने महामहिम राज्यपाल से निवेदन किया कि उक्त उल्लेखित तथ्यों के कारण विधायक श्री चौधरी व श्री आहूजा का पद पर बने रहने का औचित्य समाप्त हो गया है। अतएव संविधान की रक्षा हेतु उक्त दोनों विधायकों के खिलाफ आपराधिक मुकद्मा दर्ज करने एवं उनकी गिरफ्तारी को सुनिश्चित करवाने के लिए राज्य सरकार तथा प्रशासन को निर्देशित करें, जिससे भारत के गरीमामय लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा की जा सके।
प्रतिनिधि मण्डल में श्री पायलट के साथ नेता प्रतिपक्ष श्री रामेश्वर डूडी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव डॉ. सी.पी. जोशी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास, श्री नारायण सिंह, डॉ. बी.डी. कल्ला, डॉ. चन्द्रभान, उप नेता प्रतिपक्ष श्री रमेश मीणा, श्री प्रद्युम्नसिंह, श्री भंवरलाल शर्मा, श्री बृजेन्द्र ओला, श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, श्री भजनलाल जाटव, श्री घनश्याम मेहर, श्री दर्शन सिंह, श्री धीरज गुर्जर, श्रीमती शकुंतला रावत, श्री रामनारायण गुर्जर एवं श्री हीरालाल दरांगी उपस्थित रहे।
(डॉ. अर्चना शर्मा)
उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपरसन
ज्ञापन में महामहिम राज्यपाल को अवगत करवाया गया कि गत् 17 फरवरी, 2016 को भाजपा के बायतू से विधायक श्री कैलाश चौधरी द्वारा जनता एवं प्रेस समूह को सम्बोधित करते हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष श्री राहुल गॉंधी जी को जान से मार देने, फांसी चढ़ाने एवं शूट करने का लोक आह्वान किया गया था, जो उक्त विधायक की आपराधिक कृत्य की मंशा को स्पष्ट करता है। श्री चौधरी के बयान का समर्थन करते हुए एवं उनके सुर में सुर मिलाते हुए भाजपा के ही रामगढ़ के विधायक श्री ज्ञानदेव आहूजा ने दिनांक 22 फरवरी, 2016 को सार्वजनिक रूप से ऐसी ही घोर आपत्तिजनक बयानबाजी की तथा मीडिया में सार्वजनिक उद्घोषणा कर श्री आहूजा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री राहुल गॉंधी जी के प्रति अशोभनीय व अनर्गल बयान जारी करने वाले विधायकों के खिलाफ सरकार के स्तर पर किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्यवाही नहीं होगी, जो इस बात का स्पष्ट द्योतक है कि उक्त दोनों भाजपा के विधायकों को प्रदेश के भाजपा संगठन, सरकार व केन्द्र के शीर्ष नेतृत्व का संरक्षण प्राप्त है। यह आचरण लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ होने के कारण अत्यन्त निन्दनीय है जिसकी हम भत्र्सना करते हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से वैमनस्य फैलाने वाले भारतीय जनता पार्टी के ऐसे ओछे हथकण्डों का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। जनप्रतिनिधियों को जिस मर्यादा व लोक व्यवहार का पालन करना चाहिए उसे श्री चौधरी एवं श्री आहूजा द्वारा दरकिनार किया गया है। भाजपा के दोनों विधायकों का कृत्य भारतीय दण्ड संहिता की धारा 505, 115, 116, 152, 153क एवं 153ख के तहत् आपराधिक श्रेणी का होने के साथ ही जनभावनाओं को भडक़ाकर देश के सौहाद्र्र को नुकसान पहुॅंचाने का कुत्सित प्रयास है।
ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस के प्रतिनिधि मण्डल ने महामहिम राज्यपाल से निवेदन किया कि उक्त उल्लेखित तथ्यों के कारण विधायक श्री चौधरी व श्री आहूजा का पद पर बने रहने का औचित्य समाप्त हो गया है। अतएव संविधान की रक्षा हेतु उक्त दोनों विधायकों के खिलाफ आपराधिक मुकद्मा दर्ज करने एवं उनकी गिरफ्तारी को सुनिश्चित करवाने के लिए राज्य सरकार तथा प्रशासन को निर्देशित करें, जिससे भारत के गरीमामय लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा की जा सके।
प्रतिनिधि मण्डल में श्री पायलट के साथ नेता प्रतिपक्ष श्री रामेश्वर डूडी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव डॉ. सी.पी. जोशी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास, श्री नारायण सिंह, डॉ. बी.डी. कल्ला, डॉ. चन्द्रभान, उप नेता प्रतिपक्ष श्री रमेश मीणा, श्री प्रद्युम्नसिंह, श्री भंवरलाल शर्मा, श्री बृजेन्द्र ओला, श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, श्री भजनलाल जाटव, श्री घनश्याम मेहर, श्री दर्शन सिंह, श्री धीरज गुर्जर, श्रीमती शकुंतला रावत, श्री रामनारायण गुर्जर एवं श्री हीरालाल दरांगी उपस्थित रहे।
(डॉ. अर्चना शर्मा)
उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपरसन