सतेंद्र जैन का आरोप MCD कर्मचारियों की हड़ताल को लीड कर रहे हैं BJP के पार्षद
सेलरी को लेकर एमसीडी कर्मचारियों की Strike पर BJP और आम आदमी पार्टी में तकरार जारी है। दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री सतेंद्र जैन से BJP नेताओं से सवाल किया है कि आखिर तीन हजार रुपए महीना पाने वाले उनके पार्षद लाखों रुपए की ऑडी कार में कैसे चलते हैं। सतेंद्र जैन का आरोप है कि BJP के इन्हीं नेताओं ने एमसीडी कर्मचारियों की सेलरी डकार ली है।
एमसीडी स्ट्राइकको लेकर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री सतेंद्र जैन ने अपने घर पर MCD कमिश्नर की मीटिंग बुलाई थी। सतेंद्र जैन ने एमसीडी अफसरों से पूछा कि आखिर वो लोग काम क्यों नहीं कर रहे हैं जो MCD कांट्रेक्टर हैं। दरअसल दिल्ली में बड़े पैमाने पर MCD का काम कांट्रेक्ट बेसेस पर होता है। लेकिन, हड़ताल की आड़ में उन लोगों ने भी काम बंद कर रखा है। सतेंद्र जैन का कहना था कि दरअसल एमसीडी के कर्मचारी हड़ताल नहीं चाहते थे, लेकिन, BJP के नेताओं ने जबरन उन्हें हड़ताल में शामिल कराया। सतेंद्र जैन का कहना था कि दिल्ली सरकार पूरी तरह MCD के उन कर्मचारियों के साथ है जिन्हे सेलरी नहीं मिली है। हम भी ये जानना चाहते हैं कि आखिर एमसीडी की सेलरी का पैसा गया कहां। कौन डकार गया कर्मचारियों की सेलरी। दिल्ली सरकार लगातार ये कहती आ रही है कि उनसे पूरे साल भर की सेलरी का पैसा MCD को एडवांस में दे रखा है। फिर क्यों कर्मचारियों को पैसा नहीं दिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए।
सतेंद्र जैन का आरोप है कि BJP के तमाम पार्षद खुद MCDकर्मचारियों की इस हड़ताल को लीड कर रहे हैं और दिल्ली में गंदगी फैला रहे हैं। सतेंद्र जैन से BJP से सबसे बड़ा सवाल किया है कि आखिर तीन हजार रुपए महीने पाने वाले उनके पार्षद लग्जरी और महंगी गाडि़यों में कैसे चलते हैं। कहां से आता है उनके पास इतना पैसा। सतेंद्र जैन का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। अगर एमसीडी फंड को लेकर BJP ने कोई गड़बड़ी नहीं की है तो फिर वो खातों की जांच से क्यों भाग रही है। सतेंद्र जैन ने भी कहा है कि एमसीडी में बहुत बड़ा सेलरी घोटाला हुआ है।
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया भीMCD में सेलरी घोटाले का आरोप लगा चुके हैं। जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह चुके हैं कि उनकी सहानुभूति एमसीडी के कर्मचारियों के साथ है। उम्मीद है कि मंगलवार को कोर्ट में ये मसला सुलझ जाएगा। दरअसल फंड को लेकर MCD और दिल्ली सरकार का झगडा अदालत में भी पहुंच चुका है। मंगलवार को इस केस की सुनवाई भी है। जहां काफी कुछ स्थिति साफ हो सकती है। लेकिन, राजनैतिक और सामाजिक तौर पर तो सवाल यही उठ रहे हैं आखिर BJP MCD फंड की जांच से भाग क्यों रही है और कहां से आता है पार्षदों के पास इतना पैसा?
सेलरी को लेकर एमसीडी कर्मचारियों की Strike पर BJP और आम आदमी पार्टी में तकरार जारी है। दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री सतेंद्र जैन से BJP नेताओं से सवाल किया है कि आखिर तीन हजार रुपए महीना पाने वाले उनके पार्षद लाखों रुपए की ऑडी कार में कैसे चलते हैं। सतेंद्र जैन का आरोप है कि BJP के इन्हीं नेताओं ने एमसीडी कर्मचारियों की सेलरी डकार ली है।
एमसीडी स्ट्राइकको लेकर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री सतेंद्र जैन ने अपने घर पर MCD कमिश्नर की मीटिंग बुलाई थी। सतेंद्र जैन ने एमसीडी अफसरों से पूछा कि आखिर वो लोग काम क्यों नहीं कर रहे हैं जो MCD कांट्रेक्टर हैं। दरअसल दिल्ली में बड़े पैमाने पर MCD का काम कांट्रेक्ट बेसेस पर होता है। लेकिन, हड़ताल की आड़ में उन लोगों ने भी काम बंद कर रखा है। सतेंद्र जैन का कहना था कि दरअसल एमसीडी के कर्मचारी हड़ताल नहीं चाहते थे, लेकिन, BJP के नेताओं ने जबरन उन्हें हड़ताल में शामिल कराया। सतेंद्र जैन का कहना था कि दिल्ली सरकार पूरी तरह MCD के उन कर्मचारियों के साथ है जिन्हे सेलरी नहीं मिली है। हम भी ये जानना चाहते हैं कि आखिर एमसीडी की सेलरी का पैसा गया कहां। कौन डकार गया कर्मचारियों की सेलरी। दिल्ली सरकार लगातार ये कहती आ रही है कि उनसे पूरे साल भर की सेलरी का पैसा MCD को एडवांस में दे रखा है। फिर क्यों कर्मचारियों को पैसा नहीं दिया गया। इसकी जांच होनी चाहिए।
सतेंद्र जैन का आरोप है कि BJP के तमाम पार्षद खुद MCDकर्मचारियों की इस हड़ताल को लीड कर रहे हैं और दिल्ली में गंदगी फैला रहे हैं। सतेंद्र जैन से BJP से सबसे बड़ा सवाल किया है कि आखिर तीन हजार रुपए महीने पाने वाले उनके पार्षद लग्जरी और महंगी गाडि़यों में कैसे चलते हैं। कहां से आता है उनके पास इतना पैसा। सतेंद्र जैन का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। अगर एमसीडी फंड को लेकर BJP ने कोई गड़बड़ी नहीं की है तो फिर वो खातों की जांच से क्यों भाग रही है। सतेंद्र जैन ने भी कहा है कि एमसीडी में बहुत बड़ा सेलरी घोटाला हुआ है।
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया भीMCD में सेलरी घोटाले का आरोप लगा चुके हैं। जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह चुके हैं कि उनकी सहानुभूति एमसीडी के कर्मचारियों के साथ है। उम्मीद है कि मंगलवार को कोर्ट में ये मसला सुलझ जाएगा। दरअसल फंड को लेकर MCD और दिल्ली सरकार का झगडा अदालत में भी पहुंच चुका है। मंगलवार को इस केस की सुनवाई भी है। जहां काफी कुछ स्थिति साफ हो सकती है। लेकिन, राजनैतिक और सामाजिक तौर पर तो सवाल यही उठ रहे हैं आखिर BJP MCD फंड की जांच से भाग क्यों रही है और कहां से आता है पार्षदों के पास इतना पैसा?