उज्जैन में जलती चिता पर की मसान पूजा
उज्जैन/इंदौर।। मुंबई की अघोर तांत्रिक शिवानी दुर्गा ने बुधवार रात उज्जैन के चक्रतीर्थ में चिता स्थल पर मसानी काली पूजा की। उन्होंने कहा कि इस पूजा से सिंहस्थ पर किसी तरह का बुरा साया नहीं आएगा। चांडाल योग का असर नहीं होगा और सिंहस्थ सफल रहेगा। करीब दो घंटे तक शिवानी जलती चिता पर पूजा में मगन रही। कैसे की जलती चिता पर पूजा...
प्याले में लगाया शराब का भोग
उन्होंने आते ही चिता स्थल पर भाला, गंडासा, चाकू आदि निकाल कर रखे। प्याले में शराब का भोग लगाया। मंत्रोच्चार करते हुए पूजन शुरू किया। कुछ देर बाद उन्होंने चिता और पूजन स्थल के चारों तरफ तलवार से लक्ष्मण रेखा खींच दी और किसी को भी उसे लांघने से मना कर दिया।
कौन है अघोरी तांत्रिक शिवानी दुर्गा
- शिवानी ने शिकागो के विश्वविद्यालय से पीएचडी की है। उसके बाद नागनाथ योगेश्वर गुरु से अघोर तंत्र की दीक्षा ली।
- इन्हें बचपन से ही चिताओं के पास बैठना अच्छा लगता था।
- रहस्यमय तंत्रों की भी बखूबी जानकारी है। वह इंडियन और वेस्टर्न तंत्रों को जोड़कर नए प्रयोग कर रही हैं।
- उनकी मानें तो उन्होंने अघोर साइकिक नाम का एक नया तंत्र भी विकसित किया है।
- वे मुंबई में सर्वेश्वर शक्ति इंटरनेशनल वुमन अखाड़ा के नाम से एक संस्था भी संचालित करती हैं।
- उनके भक्त दुनिया के 11 देशों में हैं, जो सिंहस्थ में आएंगे। अघोरी शिवानी टेरो कार्ड रीडर, क्रिस्टल हिलर और फार्चून टेलर भी हैं।
उज्जैन/इंदौर।। मुंबई की अघोर तांत्रिक शिवानी दुर्गा ने बुधवार रात उज्जैन के चक्रतीर्थ में चिता स्थल पर मसानी काली पूजा की। उन्होंने कहा कि इस पूजा से सिंहस्थ पर किसी तरह का बुरा साया नहीं आएगा। चांडाल योग का असर नहीं होगा और सिंहस्थ सफल रहेगा। करीब दो घंटे तक शिवानी जलती चिता पर पूजा में मगन रही। कैसे की जलती चिता पर पूजा...
प्याले में लगाया शराब का भोग
उन्होंने आते ही चिता स्थल पर भाला, गंडासा, चाकू आदि निकाल कर रखे। प्याले में शराब का भोग लगाया। मंत्रोच्चार करते हुए पूजन शुरू किया। कुछ देर बाद उन्होंने चिता और पूजन स्थल के चारों तरफ तलवार से लक्ष्मण रेखा खींच दी और किसी को भी उसे लांघने से मना कर दिया।
कौन है अघोरी तांत्रिक शिवानी दुर्गा
- शिवानी ने शिकागो के विश्वविद्यालय से पीएचडी की है। उसके बाद नागनाथ योगेश्वर गुरु से अघोर तंत्र की दीक्षा ली।
- इन्हें बचपन से ही चिताओं के पास बैठना अच्छा लगता था।
- रहस्यमय तंत्रों की भी बखूबी जानकारी है। वह इंडियन और वेस्टर्न तंत्रों को जोड़कर नए प्रयोग कर रही हैं।
- उनकी मानें तो उन्होंने अघोर साइकिक नाम का एक नया तंत्र भी विकसित किया है।
- वे मुंबई में सर्वेश्वर शक्ति इंटरनेशनल वुमन अखाड़ा के नाम से एक संस्था भी संचालित करती हैं।
- उनके भक्त दुनिया के 11 देशों में हैं, जो सिंहस्थ में आएंगे। अघोरी शिवानी टेरो कार्ड रीडर, क्रिस्टल हिलर और फार्चून टेलर भी हैं।