किस्मत कब किसकी राह में कांटे बिछा देती है और कब वो राहें फूलों से भर जाती हैं ये कोई क्या जाने? केरल के कोझिकोड से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. काम की तलाश में यहां आये एक युवक की मात्र तीन दिन के बाद ही एक करोड़ रुपये की लॉटरी निकल गई.
50 रुपये में खरीदी थी लॉटरी
बर्धमान जिले के 22 वर्षीय मोफिजुल रहिमा ने ये लॉटरी मात्र 50 रुपये में खरीदी थी. वो काम के सिलसिले में केरल गया था. उसे एक कंस्ट्रक्शन फर्म में काम मिला था.
पुलिस से की सुरक्षा की मांग
वो पुलिस के पास गया, जहां उसने अपनी सुरक्षा की मांग की. उसे ये संदेह था कि दूसरे लोग हमला करवा कर उससे लॉटरी स्लिप छीन सकते हैं. अगले दिन पुलिस के साथ जाकर लॉटरी के पैसे लेकर अपने अकाउंट में जमा करवाये.
परिवार की उम्मीदों को मिला सहारा
रहीमा के ससुर शफ़ीक उल का कहना है कि, 'जब तक लॉटरी का पैसा नहीं मिला तब तक तो हम उसे लेकर चिंतित थे, लेकिन अकाउंट में सारा पैसा जमा हो जाने के बाद ये चिंता दूर हुई.' जब उनसे पूछा गया कि, 'वो इस पैसे का क्या करेंगे, तो उन्होंने बताया कि घर की मरम्त करवाने के साथ वो एक बिजनेस शुरू करेंगे.'
50 रुपये में खरीदी थी लॉटरी
बर्धमान जिले के 22 वर्षीय मोफिजुल रहिमा ने ये लॉटरी मात्र 50 रुपये में खरीदी थी. वो काम के सिलसिले में केरल गया था. उसे एक कंस्ट्रक्शन फर्म में काम मिला था.
पुलिस से की सुरक्षा की मांग
वो पुलिस के पास गया, जहां उसने अपनी सुरक्षा की मांग की. उसे ये संदेह था कि दूसरे लोग हमला करवा कर उससे लॉटरी स्लिप छीन सकते हैं. अगले दिन पुलिस के साथ जाकर लॉटरी के पैसे लेकर अपने अकाउंट में जमा करवाये.
परिवार की उम्मीदों को मिला सहारा
रहीमा के ससुर शफ़ीक उल का कहना है कि, 'जब तक लॉटरी का पैसा नहीं मिला तब तक तो हम उसे लेकर चिंतित थे, लेकिन अकाउंट में सारा पैसा जमा हो जाने के बाद ये चिंता दूर हुई.' जब उनसे पूछा गया कि, 'वो इस पैसे का क्या करेंगे, तो उन्होंने बताया कि घर की मरम्त करवाने के साथ वो एक बिजनेस शुरू करेंगे.'