हिंदू मान्यताओं के अनुसार गौ-मूत्र को पवित्र माना गया है, उसमें गंगा का वास होता है. आयुर्वेद में भी गोमूत्र को उपयोगी कहा गया है. गोमूत्र का रासायनिक विश्लेषण करने पर वैज्ञानिकों ने पाया, कि इसमें 24 ऐसे तत्व हैं जो शरीर के विभिन्न रोगों को ठीक करने की क्षमता रखते हैं. इतनी विशेषता होने के कारण गोमूत्र का महत्व भारत में बहुत ही ज़्यादा है, लेकिन ये विदेशों में भी पाया जाता है.
आपको ये बात थोड़ी सी अटपटी लगे, लेकिन यह पूरी तरह से सच है. गोमूत्र के औषधीय गुणों की शोहरत सिर्फ विदेशों में रहने वाले हिंदुओं के बीच भी फैल रही है. लंदन की दक्षिण एशियाई दुकानों में पैक्ड गोमूत्र बेचा जा रहा है.धार्मिक मान्यताओं के कारण हिन्दू समुदाय गोमूत्र को खरीदते हैं. बच्चे का नामकरण हो या फ़िर कोई अनुष्ठान, सभी में गोमूत्र का प्रयोग होता है.
ब्रिटेन की फ़ूड स्टैंडर्ड्स एजेंसी का मानना है कि "गोमूत्र को ब्रिटेन में मानव उपभोग के लिए बेचना ग़ैरक़ानूनी है. लेकिन अगर इसे अपनी त्वचा पर लगाया जाय तो यह ग़ैरकानूनी नहीं कहलाएगा." इस पर वहां बेच रहे दुकानदार का कहते है कि "हम मानव उपभोग के लिए इसे नहीं बेचते. यह तो भक्त पर निर्भर है कि वो इसका उपयोग कैसे करता है."
आपको ये बात थोड़ी सी अटपटी लगे, लेकिन यह पूरी तरह से सच है. गोमूत्र के औषधीय गुणों की शोहरत सिर्फ विदेशों में रहने वाले हिंदुओं के बीच भी फैल रही है. लंदन की दक्षिण एशियाई दुकानों में पैक्ड गोमूत्र बेचा जा रहा है.धार्मिक मान्यताओं के कारण हिन्दू समुदाय गोमूत्र को खरीदते हैं. बच्चे का नामकरण हो या फ़िर कोई अनुष्ठान, सभी में गोमूत्र का प्रयोग होता है.
ब्रिटेन की फ़ूड स्टैंडर्ड्स एजेंसी का मानना है कि "गोमूत्र को ब्रिटेन में मानव उपभोग के लिए बेचना ग़ैरक़ानूनी है. लेकिन अगर इसे अपनी त्वचा पर लगाया जाय तो यह ग़ैरकानूनी नहीं कहलाएगा." इस पर वहां बेच रहे दुकानदार का कहते है कि "हम मानव उपभोग के लिए इसे नहीं बेचते. यह तो भक्त पर निर्भर है कि वो इसका उपयोग कैसे करता है."