
दादरी में हुए बीफ कांड और उसके बाद अखलाक की हत्या ने सूबे और देश की राजनीति को दो हिस्सों में बाँट दिया था। देश की भारतीय जनता पार्टी को सांप्रदायिक घोषित करने में पार्टियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। देश के बड़े बुद्धिजीवी वर्ग ने अख़लाक़ की हत्या को देश की संप्रभुता पर हमला बताया था।पर अब वही लोग और पार्टिया कुछ भी कहने से क्यों बच रहे है
इतना ही नहीं अख़लाक़ के परिवार को 20 लाख रुपये नकद, बीमारी का बेहतर इलाज, नोएडा में फ्लैट देकर सपा ने उस परिवार के सबसे बड़े हितैषी होने का भरोसा जीत लिया। अब क्या मुख्यमंत्री इसका जवाब देंगे कि फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट क्यों बदली गयी? गौरतलब है कि, पहली रिपोर्ट में बीफ के स्थान पर मटन बताया गया था।
अख़लाक़ के परिवार पर कार्यवाई कब होगी कारवाही जनता जानना चाहती है
दादरी में बीफ के शक में भीड़ द्वारा एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला गया था, बेशक घटना निंदनीय है, और सम्बंधित लोगों पर कार्यवाई होनी चाहिये थी, जो हुई। करीब 15 दोषी लोगों पर आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा चल रहा है और वो जेल में हैं। अब सवाल ये उठता है कि, क्या सूबे की सरकार दोषी अख़लाक़ के परिवार पर भी कार्यवाई करेगी या फिर से सूबे की जनता मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति देखेगी।