
कांग्रेस ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी टूटे वादों के पोस्टर ब्वॉय बन गए हैं. उनकी पूरी सरकार और राजनीति छल और झूठ के आधार पर बनी है.’’
यह उल्लेख करते हुए कि मोदी ने एक वर्ष में दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वास्तविकता में उन्होंने ‘‘मात्र 1.35 लाख नौकरियां ही मुहैया करायी हैं.’’ कांग्रेस ने अपनी वेबसाइट पर लिखा, ‘‘यह इसके बाद है कि वह किस तरह से चिल्ला रहे थे कि उनकी सरकार के तहत भारत की अर्थव्यवस्था कितनी तेजी से बढ़ रही है, नौकरियां कहां हैं? इसके विपरीत यूपीए ने 2011 में नौ लाख नौकरियां सृजित की थीं.’’
कांग्रेस ने साथ ही कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी की ‘निपुण’ कूटनीति के तहत रूस ने पाकिस्तान से अपना हथियार व्यापार रोक हटा लिया, चीन पूरी ताकत से पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है और अमेरिका पाकिस्तान को लड़ाकू विमान बेचने को तैयार हो गया है.
उसने कहा, ‘‘विशेषज्ञ अभी भी मोदी की विदेश नीति की सफलता की कहानी खोजने का प्रयास कर रहे हैं.’’ कांग्रेस की इस टिप्पणी का शीर्षक ‘बढ़ती महंगाई, बढ़ती असहिष्णुता, रूपया आईसीयू में, युवा लंबी कतार में’ हैं. कांग्रेस ने सवाल किया, ‘‘क्या यही अच्छे दिन हैं जिसका वादा प्रधानमंत्री मोदी ने किया था?’’
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी और उनकी सरकार भारत में मध्यम और निम्न आय वर्गों के लिए एक अभिशाप रहे हैं. ‘‘दालों की बढ़ती कीमतों से लेकर आयकर आधार बढ़ाकर पांच लाख रूपये करने और किसानों की आय दोगुनी करने के अपने वादे पर चुप्पी तक मोदी को अपने चुनावी वादों को पूरा करने की कोई चिंता नहीं है क्योंकि वह विश्व की यात्रा करने में बहुत व्यस्त हैं.’’ पार्टी ने कहा, ‘‘आज महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है और मोदी कुछ करने में असमर्थ हैं या शायद कुछ भी करने को लेकर अनिच्छुक हैं.’’