इस मुस्लिम बालक के सच्चे दोस्त हैं जहरीले नाग, साए की तरह रहते हैं साथ

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   बस्ती।। आज नागपंचमी का पावन पर्व है, यानि नाग देवता का दिन। इस शुभ अवसर पर हम आपको एक ऐसे मासूम के बारे में बता रहे हैं। जिसके दोस्त इंसान नहीं बल्कि जहरीले नाग हैं। जिसे सामने देख लोगों के होश फाख्ता हो जाते हैं। उसी नाग से उसकी दोस्ती है। जो हर पल इस मासूम के साथ साए की तरह रहते हैं और उसकी रक्षा भी करते हैं।
आलम को पढ़ने का शौक
   दरअसल, कक्षा 7 में पढ़ने वाले 9 साल के शाहेब आलम को पढ़ने का बहुत शौक है और उसके इस शौक को जहरीले नाग भी बखूबी समझते हैं। अपने दोस्त की लगन को देखकर पढ़ाई में उसका साथ भी देते नजर आते हैं। उसकी पढ़ाई में किसी प्रकार का खलल न पड़े, इसलिए नाग पहले अपने दोस्त की चारपाई के नीचे बैठकर अपनी दोस्ती निभाते हैं, तो कभी चारपाई के ऊपर बैठकर शाहेब आलम की सुरक्षा करते नजर आते हैं।
   नागों की फुंफकार से शाहेब आलम के पास कोई भटकने की हिम्मत नहीं जुटा पाता। वह घर के बाहर चारपाई पर बैठकर अपना होमवर्क पूरा करता है और उसके नाग दोस्त भी उसके साथ बैठे रहते हैं, ये नाग तब तक मासूम बच्चे के साथ बैठे रहते हैं जब तक कि खुद वह इन नागों को जाने के लिए नहीं कहता।
सांपों का सच्चा दोस्त...शाहेब
      वहीं जहरीले नाग शाहेब आलम के सामने फन उठाकर फुंफकारते हैं ताकि उसके दोस्त के पास कोई भी आने से पहले इजाजत ले। उसके पिता भी सांपों के मसीहा के नाम से जाने जाते हैं, इलाके में कहीं भी जहरीला सांप निकलने की सूचना मिलती है तो शाहेब आलम और उसके पिता उस सांप को पकड़कर लाते हैं और अपने पास संरक्षित कर लेते हैं। पिता के सांपों के प्रति इस प्रेम को देखकर अब उनका बेटा भी सांपों से इस कदर प्रेम करने लगा है कि सोते, जागते, खेलते, पढ़ते और खाते वक्त भी जहरीले नाग शाहेब आलग के साथ रहते हैं।
    इतना ही नहीं शाहेब आलम के दो और भाई भी अब सांपों के इतने करीब आ गए हैं कि उन्हें जहरीले से जहरीले सर्प से तनिक भी डर नहीं लगता।

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