युद्ध की जरूरत ही नहीं, भारत के इन 10 कूटनीतिक कदमों से दुनिया में निपट अकेला हो जाएगा पाक..!

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Image result for pakistan is beggar cartoon    जम्‍मू-कश्‍मीर के उड़ी में आर्मी बेस कैंप में हुए आतंकी हमले में हमारे 18 जवानों के शहीद हो जाने के बाद पूरे देश की जनता में पाकिस्‍तान के खिलाफ गुस्‍सा आैर रोष दिखाई दे रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया से लेकर सड़कों पर उतरे बहुत से लोग यह सलाह दे रहे हैं कि कश्मीर में बढ़ते पाकिस्तान प्रायोजित हमलों के ख़िलाफ़ मोदी सरकार को बिना वक़्त गंवाए पाकिस्तान पर हमला कर देना चाहिए।
     यकीनन अपने जवानों की लगातार मौतों से गुस्साए लोगों कि यह प्रतिक्रिया स्वाभाविक है, लेकिन दुनिया के ज्यादातर लोगों की तरह मुझे भी लगता है कि आज की दुनिया में युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। विनाशकारी परमाणु हथियारों और दूर तक मार करने वाले मिसाइलों के इस युग में युद्ध लड़े तो जा सकते हैं, जीते हरगिज़ नहीं जा सकते।
     दरअसल, इससे दोतरफ़ा विनाश के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। वैसे भी पाकिस्तान आपके विरुद्ध सीधा नहीं, प्रॉक्सी युद्ध लड़ रहा है। सीधे युद्ध में उतरने के सिवा भारत के पास भी ऐसे बहुत सारे कूटनीतिक विकल्प उपलब्ध हैं, जिनके सहारे वह चाहे तो कुछ ही अरसे में पाकिस्तान को उसकी औक़ात बता दे सकता है। मेरी दृष्टि में भारत को राजनीतिक इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए पाकिस्तान के ख़िलाफ़ तत्काल ये क़दम उठाने चाहिए।
1-पाकिस्तान के साथ सभी तरह के राजनीतिक और कूटनीतिक रिश्तों को तत्काल स्थगित कर दिए जाएं। भारत अविलंब पाकिस्तान का अपना दूतावास बंद करे और सभी पाकिस्तानी राजनयिकों को वापस पाकिस्तान भेज दे।
2-पाकिस्तान से 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' का दर्ज़ा छीनकर उसे 'शत्रु राष्ट्र' घोषित करे। इससे भारत के आर्थिक हित पाकिस्तान से थोड़े ज्यादा ज़रूर प्रभावित होंगे, लेकिन राष्ट्रीय अस्मिता के लिए इतना घाटा बर्दाश्त करना होगा।
3-पाकिस्तान के ज्यादातर विमान भारतीय वायु सीमा से होकर ही गुज़रते हैं। भारत पाकिस्तानी विमानों के भारत से होकर गुजरने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दे। जब पाक विमानों को लंबे समुद्री मार्ग से होकर जाना पड़ेगा तो उसकी अर्थव्यवस्था घुटनों के बल आ जाएगी। 1971 के युद्ध में बांग्लादेश की घेराबंदी के दौरान यह काम भारत सफलतापूर्वक कर चुका है।
4-पाकिस्तान के साथ किसी भी स्तर की बातचीत को हतोत्साहित किया जाए ।
5-पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मेलन का भी भारत को बहिष्कार करना चाहिए।
6-भारत को बलूचिस्तान की आज़ादी के समर्थन का अभियान सिर्फ धन्यवाद-ज्ञापन तक सीमित न रह जाए। भारत को उनकी नैतिक, आर्थिक और कूटनीतिक मदद और उसके विद्रोही नेताओं को भारत में शरण देने के अलावा वैश्विक स्तर पर उसका समर्थन तेज कर देना चाहिए।
7-पाक अधिकृत कश्मीर चूंकि भारत का अभिन्न अंग है, इसलिए उसके सांसदों के लिए आबादी के हिसाब से संसद में सीटें सुरक्षित कर दी जाएं। जब तक उस पर भारत का कब्ज़ा बहाल नहीं हो जाता, राष्ट्रपति पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों को संसद में नामित करें।
8-भारत पाकिस्तान में रहने वाले हाफ़िज़ सईद, मसूद अज़हर, लखवी, दाऊद सहित अपने सभी वांछित आतंकियों पर भारी ईनाम की घोषणा करे और इसे दुनिया भर में प्रचारित करे।
9-पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित कराने का अभियान पूरे सबूतों के साथ भारत को संयुक्त राष्ट्र सहित दुनिया भर में तेज कर देना चाहिए। इससे भारत को कम से कम यह तो पता लग ही जाएगा कि आतंक के ख़िलाफ़ उसकी लड़ाई में दुनिया के कितने देश उसके साथ खड़े हैं।
10-और अंतिम सुझाव थोड़ा अमानवीय ज़रूर लग सकता है, लेकिन जब सारे उपाय असफल सिद्ध हो जाएं तो सिन्धु नदी समझौते को रद्द कर पाकिस्तान को पानी बंद करना सबसे कारगर उपाय होगा! पाकिस्तान की कृषि का बड़ा हिस्सा सिन्धु नदी के पानी पर ही निर्भर है। भारत के इस क़दम से पाक की कृषि व्यवस्था चौपट हो जाएगी।

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