




कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज अहमद शेख ने बताया कि इस अवसर पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि गायों के नामों पर राजनीति करने वाली भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। इन्हें गायों की याद सिर्फ चुनावों के समय आती है। बाकी दिनों में इन्हें किस हालत में छोड़ा जाता है। इसका प्रमाण पहले जयपुर और अब उदयपुर काइन हाउस में गायों की मौतों से साबित हो गया है।
पायलट ने कहा कि आनन्दपाल की मृत्यु के 15 दिन बाद भी सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। कल जो हुआ उसका बीच का रास्ता निकाला जा सकता था। सरकार के सूचना तंत्र के पूरी तरह फेल होने से हालात बेकाबू हो गए। यह सरकार आंख व कान बंद करके बैठी है।
इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल शर्मा, देहात अध्यक्ष लालसिंह झाला, पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, पीसीसी महासचिव गजेन्द्र सिंह शक्तावत, शंकर यादव, पंकज कुमार शर्मा, गोपाल नागर, के. के. शर्मा, पूरण मेनारिया, दिनेश श्रीमाली, त्रिलोक पूर्बिया, सुधीर जोशी, मोहसिन खान, सुरेश सुथार, रियाज हुसैन, जयप्रकाश निमावत, मोहम्मद अयूब, सज्जन कटारा, विवेक कटारा, फिरोज अहमद शेख, सत्यनारायण देवपुरा, राजेन्द्र सिंह बारहठ, उदयनन्द पुरोहित, दयालाल चौधरी, रामलाल बारोलिया, श्यामलाल चौधरी, दीपांकर चक्रवर्ती, तरूण भटनागर, उत्तमप्रकाश देवड़ा, मोहन भट्ट, लोकेश गौड़, कामिनी गुर्जर, सूर्यप्रकाश पालीवाल, मनीष शर्मा, दुर्गासिंह राठौड़ सहित सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता काइन हाउस में उपस्थित थे। काइन हाउस के पश्चात् पायलट डबोक हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर गए।