वैसे तो शरीर के अंगों का फड़कना आम बात है, लेकिन ज्योतिष में इन्हें
शकुन-अपशकुन से जोड़ा गया है। कुछ अंगों का फड़कना शुभ संकेत देता है तो
कुछ अंग अशुभ संकेत देते हैं। शुभ संकेत यानी भविष्य कुछ अच्छा होने वाला
है, कोई शुभ समाचार मिल सकता है, धन लाभ हो सकता है, घर-परिवार में कोई शुभ
कर्म हो सकता है। अशुभ संकेत यानी कोई दुखद समाचार मिल सकता है, धन हानि
हो सकती है, वाद-विवाद हो सकता है, मान-सम्मान की हानि हो सकती है आदि।
अंगों के फड़कने के संबंध में एक विचारणीय बात यह है कि सामान्यत: दाहिने
अंग के फड़कने का शुभ फल प्राप्त होता है एवं बाएं अंग का फड़कना शुभ नहीं
माना जाता है। स्त्रियों के संबंध में बाएं अंग का फड़कना शुभ रहता है और
दाएं अंग का फड़कना अशुभ माना जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए आगे
जानिए अंगों केफड़कने का भविष्य से संबंध...
- होंठों का फड़कना किसी प्रिय वस्तु के मिलने का संकेत है। अगर ऊपर वाला होंठ फड़क रहा है तो आपको निकट भविष्य में भोजन संबंधी प्रिय वस्तु मिलने के योग बन रहें हैं।
- आपके होठों का दाहिना कोना अगर फड़कता है तो आपको अचानक धन लाभ होने के योग बन सकते हैं। ये धन लाभ आपको मित्रों से हो सकता है।
- अगर होंठ का बायां कोना फड़क रहा है तो प्रिय वस्तु खो जाने के योग बनेंगे।
सिर, आंख और मुंह का फड़कना
सिर के अलग-अलग हिस्सों के फड़कने का भिन्न-भिन्न अर्थ होता है, जैसे- मस्तक फड़कने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। कनपटी फड़कती है तो इच्छाएं पूर्ण होती है। दाहिनी आंख व भौंह फड़कती है तो समस्त अभिलाषा पूर्ण होती है। बांई आंख व भौंह फड़के तो शुभ समाचार मिलता है। दोनों गाल यदि फड़के तो धन की प्राप्ति हो सकती है। मुंह का फड़कना पुत्र की ओर से शुभ समाचार का सूचक होता है। यदि लगातार दाहिनी पलक फड़फड़ाए तो शारीरिक कष्ट हो सकता है।
हाथ के विभिन्न हिस्सों का फड़कना
दाहिनी ओर का कंधा फड़के तो धन-संपदा मिल सकती है। बाएं ओर का हाथ फड़के तो सफलता मिलती है और यदि दोनों कंधे फड़कते हैं तो झगड़े की संभावनाएं रहती हैं। हथेली में यदि फड़कन हो तो व्यक्ति किसी विपदा में फंस सकता है। हाथों की उंगलियां फड़के तो मित्र से मिलना होता है। दाएं ओर की बाजू फड़के तो धन व यश लाभ तथा बाएं ओर की बाजू फड़के तो खोई वस्तु मिल सकती है। दाहिनी ओर की कोहनी फड़के तो झगड़ा होता है, बाएं ओर की कोहनी फड़के तो धन की प्राप्ति हो सकती है।
शरीर के मध्य भागों का फड़कना
पीठ फड़कती है तो विपदा में फंसने की संभावनाएं रहती हैं। दाहिनी ओर की बगल फड़के तो नेत्रों का रोग हो सकता है। पसलियां फड़के तो विपदा आ सकती है। छाती में फडफड़़ाहट मित्र से मिलने का सूचक होती है। हृदय का ऊपरी भाग फड़के तो झगड़ा होने की संभावना होती है।
पैर के विभिन्न हिस्सों का फड़कना
दाहिनी ओर की जांघ फड़के तो अपमान हो सकता है। बाएं ओर की जांघ फड़के तो धन लाभ होता है। दाहिने पैर का तलवा फड़के तो कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बाएं ओर का पैर फड़के तो यात्रा पर जाना हो सकता है।