नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने फिर से विवादित या यू कहे की एक हास्यास्पद बयान दिया है। अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान की त्रासदी का मुख्य कारण भारत है। आज पाकिस्तान में भुखमरी, गरीबी और बेरोजगारी भारत के कारण बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने दोनों देशों के बीच संबंध में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाये थे लेकिन उसके बाद भारत सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
जिस कारण आज पड़ोसी देश में अराजकता जैसा माहौल है। वहां के युवक गन थाम रहे है और भारत के खिलाफ अपनी जान देने को तैयार है। यदि भारत पाकिस्तान की मदद करे तो पाकिस्तान में भी स्थिति सुधर सकती है। जिससे कश्मीर में आतंकवाद पर लगाम लग सकता है। इसके लिए भारत सरकार को पहल करने की जरूरत है।
पीएम मोदी भारत और पाकिस्तान के रिश्ते के बीच सेतु का कार्य करें
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ऐसा सोचता है कि बंगलादेश को हमने बांटा है। लेकिन दुनिया जानती है कि बंगलादेश को हमने नहीं बांटा है। यह त्रासदी तो पाकिस्तान के कारण हुई। इसके लिए भारत जिम्मेवार नहीं है बल्कि इसके जिम्मेवार पाकिस्तान खुद है। हालांकि, इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारत भी इस त्रासदी में शामिल था। अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे आज भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा पाकिस्तान में कहे गए शब्द याद है। उन्होंने कहा था कि हम दोस्त बदल सकते है लेकिन अपने पड़ोसियों को कभी नहीं बदल सकते है। यदि आप पड़ोसियों के साथ शांति से रहेंगे तो आपके घर में भी परेशानी नहीं आएगी। मैं पीएम मोदी से भी इसी तरह की उम्मीद करता हूँ कि वो भारत और पाकिस्तान के रिश्ते के बीच सेतु का कार्य करें।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ऐसा सोचता है कि बंगलादेश को हमने बांटा है। लेकिन दुनिया जानती है कि बंगलादेश को हमने नहीं बांटा है। यह त्रासदी तो पाकिस्तान के कारण हुई। इसके लिए भारत जिम्मेवार नहीं है बल्कि इसके जिम्मेवार पाकिस्तान खुद है। हालांकि, इसमें कोई दो राय नहीं है कि भारत भी इस त्रासदी में शामिल था। अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे आज भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा पाकिस्तान में कहे गए शब्द याद है। उन्होंने कहा था कि हम दोस्त बदल सकते है लेकिन अपने पड़ोसियों को कभी नहीं बदल सकते है। यदि आप पड़ोसियों के साथ शांति से रहेंगे तो आपके घर में भी परेशानी नहीं आएगी। मैं पीएम मोदी से भी इसी तरह की उम्मीद करता हूँ कि वो भारत और पाकिस्तान के रिश्ते के बीच सेतु का कार्य करें।