सवाल सौ टके का : किससे अदावत की कीमत चुका रहे हैं प्रवीण तोगड़िया?
विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया ने आरोप लगाया कि 'कुछ लोग' उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें एनकाउंटर में मारने की साजिश रची गई थी. तोगड़िया (62) ने भावुक होते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये आरोप लगाए. साथ ही उन्होंने कहा कि वह छिप गए थे क्योंकि उन्हें डर था कि पुलिस उन्हें मार देगी. उन्होंने कहा कि उन्हें राम मंदिर, किसानों तथा गो वध जैसे मुद्दों पर बोलने नहीं दिया जा रहा है.तोगड़िया ने दावा किया,"एक दशक पुराने मामले को लेकर मुझे निशाना बनाया जा रहा है, राजस्थान पुलिस मुझे गिरफ्तार करने आई थी. किसी ने मुझे बताया कि एक मुठभेड़ में मुझे मारने की साजिश रची जा रही है. मैं पूजा कर रहा था जब मुझे ये संदेश मिलने लगे कि गुजरात पुलिस के साथ राजस्थान पुलिस का एक बड़ा दल मुठभेड़ में मुझे मारने के लिए आ रहा है."
उन्होंने कहा, "अपने सुरक्षा गार्डों को सूचित करने के बाद मैंने विहिप के एक कार्यकर्ता के साथ ऑटो रिक्शा लिया और शहर के थलतेज इलाके में गया. मैंने राजस्थान की मुख्यमंत्री (वसुंधरा राजे) और गृह मंत्री (गुलाबचंद कटारिया) को फोन किया लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि उनकी पुलिस मुझे गिरफ्तार करने गुजरात आई है. इससे और अधिक संदेह पैदा हो गया और मैंने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया."
विहिप नेता ने कहा, "मैंने राजस्थान के वकीलों से संपर्क किया और उन्हें कहा कि गिरफ्तारी वारंट को रद्द कराए. लेकिन उन्होंने कहा कि यह मुश्किल है क्योंकि अदालत ने वारंट जारी किया है. इसके बाद मैंने एक विमान से जयपुर जाने और अदालत के समक्ष पेश होने का फैसला किया. हालांकि जब मैं ऑटो रिक्शा से हवाईअड्डे के लिए जा रहा था तो मुझे चक्कर आ गए और मैंने ड्राइवर से किसी अस्पताल ले चलने के लिए कहा. फिर मैं बेहोश हो गया. जब मैं होश में आया तो मैं किसी अस्पताल में था. मुझे मौत का डर नहीं है मुझे मुठभेड़ का डर नहीं है लेकिन मुझे कानून के शासन का पालन करते हुए अपनी रक्षा करनी है."उन्होंने कहा, "मैं हिंदुओं के लिए अपनी आवाज उठाता रहा हूं. मैं राम मंदिर, गो वध पर प्रतिबंध लगाने के लिए राष्ट्रीय कानून, कश्मीर हिंदुओं के पुन: स्थापन, किसानों को उनकी फसल के लिए उचित मूल्य दिए जाने जैसे मुद्दे उठा रहा हूं लेकिन मेरी आवाज को दबाने की कोशिशें की जा रही हैं."
एक सवाल पर तोगड़िया ने कहा कि वह उचित समय आने पर उन लोगों के नामों का खुलासा करेंगे जो उनकी आवाज को दबाने की साजिश के पीछे हैं. उन्होंने कहा, "राजस्थान पुलिस मुझे गिरफ्तार करने आई थी लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री और गृह मंत्री इसके बारे में नहीं जानते थे. ऐसा ही गुजरात में हुआ. जब गुजरात की अदालत ने मेरे खिलाफ वारंट जारी किया तो यहां मुख्यमंत्री (विजय रुपाणी) या गृह मंत्री (प्रदीपसिंह जडेजा) को इसके बारे में नहीं पता था. जिन लोगों के आदेश पर पुलिस ऐसी कार्रवाई कर रही है, उनके नाम उचित समय आने पर सबूतों के साथ बताए जाएंगे."
5 जनवरी को गांधीनगर में तोगड़िया ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी में 'उच्च स्तर पर विराजमान कोई' उनके खिलाफ साजिश रच रहा है. उन्होंने कहा था, इस व्यक्ति की कोशिश है कि 1996 के हत्या के प्रयास के एक मामले में अदालत द्वारा जारी समन उन तक न पहुंचे और वह इसमें फंसकर जेल चले जाएं. तोगड़िया ने कहा, "भाजपा को आम चुनाव में स्पष्ट जनादेश के बावजूद, वे चुनावी वादे क्यों नहीं पूरे कर रहे हैं. मैं इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाता रहा हूं और इसीलिए जान बूझकर मेरी आवाज दबाई जा रही है."