अमरोहा : गौतम नगर मिटाकर इस्लाम नगर बनाया
जय भीम जय मीम से अब सिर्फ जय मीम, क्यूंकि मीम वाले अब भीम वालो को मिटा देने का ऐलान कर बैठे है, यही तो पाकिस्तान में भी हुआ, बांग्लादेश में भी हुआ, ये जो पाकिस्तान में 1950 में 24% हिन्दू थे, वो असल में अधिकतर दलित ही तो थे, लेकिन समय के साथ आज सब मिटा दिए गए।
वही उत्तर प्रदेश के अमरोहा में भी यही हाल देखने को मिला है, जहाँ मीमो की संख्या बढ़ते ही भीमो को मिटा दिया जाने लगा है। मामला है अमरोहा के गौतम नगर का जहाँ पर दलितों की आबादी अब सिर्फ 1500 बची है, और सभी दलित दहशत में है, कारण ये है की इस इलाके का नाम आज़ादी से पहले से गौतम नगर रहा है, यहाँ दलित जनसँख्या पहले ज्यादा थी, पर धीरे-धीरे मुस्लिम जनसँख्या अब ज्यादा हो गयी है, तो अब गौतम नगर को इस्लाम नगर बनाया जा रहा है।
जय भीम जय मीम से अब सिर्फ जय मीम, क्यूंकि मीम वाले अब भीम वालो को मिटा देने का ऐलान कर बैठे है, यही तो पाकिस्तान में भी हुआ, बांग्लादेश में भी हुआ, ये जो पाकिस्तान में 1950 में 24% हिन्दू थे, वो असल में अधिकतर दलित ही तो थे, लेकिन समय के साथ आज सब मिटा दिए गए।
वही उत्तर प्रदेश के अमरोहा में भी यही हाल देखने को मिला है, जहाँ मीमो की संख्या बढ़ते ही भीमो को मिटा दिया जाने लगा है। मामला है अमरोहा के गौतम नगर का जहाँ पर दलितों की आबादी अब सिर्फ 1500 बची है, और सभी दलित दहशत में है, कारण ये है की इस इलाके का नाम आज़ादी से पहले से गौतम नगर रहा है, यहाँ दलित जनसँख्या पहले ज्यादा थी, पर धीरे-धीरे मुस्लिम जनसँख्या अब ज्यादा हो गयी है, तो अब गौतम नगर को इस्लाम नगर बनाया जा रहा है।
इस तरह मीमो ने साफ़ ऐलान कर दिया है, की जय भीम जय मीम तब तक ही है जबतक
मीमो की संख्या और ताकत ज्यादा नहीं हो जाती है। एक बार मीमो की संख्या और
ताकत ज्यादा हो जाये तो जय भीम जय मीम नहीं बल्कि सिर्फ जय मीम और या तो भीम वाले
मीम बन जाये या इलाके से फरार हो जाये, और अब गौतम नगर का भी यही हाल है।
कई दुकानों के साइन बोर्ड पर पता बदला गया
दलितों का कहना है की इस इलाके का नाम हमेशा से गौतम नगर रहा है, पर अब मुसलमान ज्यादा हो गए है तो दुकानों पर साइन बोर्ड लगा रहे है जिसमे गौतम नगर को हटाकर इस्लाम नगर लिख रहे है, और दलितों को डराया भी जा रहा है की वो भी अपने दुकानों पर गौतम नगर न लिखें, बल्कि इस्लाम नगर ही लिखें, हालाँकि प्रशासन ने इलाके के नाम में कोई बदलाव नहीं किया है, ये आज भी गौतम नगर ही है, पर मीम वालो ने संख्या की ताकत के आधार पर भीम वालो को दहशत में डाल रखा है, और गौतम नगर की जगह इस्लाम नगर लिखने का दबाव भी बनाया जा रहा है।
http://www.dainik-bharat.org/2018/02/blog-post_56.html
https://www.indiatoday.in/…/uttar-pradesh-locality-living-u…
कई दुकानों के साइन बोर्ड पर पता बदला गया
दलितों का कहना है की इस इलाके का नाम हमेशा से गौतम नगर रहा है, पर अब मुसलमान ज्यादा हो गए है तो दुकानों पर साइन बोर्ड लगा रहे है जिसमे गौतम नगर को हटाकर इस्लाम नगर लिख रहे है, और दलितों को डराया भी जा रहा है की वो भी अपने दुकानों पर गौतम नगर न लिखें, बल्कि इस्लाम नगर ही लिखें, हालाँकि प्रशासन ने इलाके के नाम में कोई बदलाव नहीं किया है, ये आज भी गौतम नगर ही है, पर मीम वालो ने संख्या की ताकत के आधार पर भीम वालो को दहशत में डाल रखा है, और गौतम नगर की जगह इस्लाम नगर लिखने का दबाव भी बनाया जा रहा है।
http://www.dainik-bharat.org/2018/02/blog-post_56.html
https://www.indiatoday.in/…/uttar-pradesh-locality-living-u…