छिछोरपन का संस्कारी संस्करण
छिछोरपन भी संस्कारी हो सकता है, बस सलीका सही होना चाहिए। यकीन नहीं आए तो मलयालम एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर का आंख मारने वाला वायरल वीडियो एक बार फिर देखिए। आपको ये मानना पड़ेगा कि प्रिया प्रकाश ने प्रणय निवेदन की बदनाम तरकीब को नया आयाम दे दिया है। भारतीय संस्कृति में सीटी बजाना और आंख मारना हमेशा से छेड़छाड़ की बदनाम श्रेणी में शुमार था। तभी तो हीरो गाता था- सीटी बजाए, सताए..बीच सड़क पे हाय नाम मेरा पुकारे...ओ करके इशारे...ओ लड़की आंख मारे...। इंटरनेटीय दौर में SMS और व्हाट्सअप के हाईटेक तरीकों ने आंख मारने जैसे प्रेमाभिव्यक्ति के परंपरागत साधन को प्रचलन से बाहर कर दिया था, लेकिन भला हो प्रिया प्रकाश का कि उसने आंख मारने की क्रिया को उसका पुराना गौरव लौटा दिया है। दरअसल आंख मारना एक कला है। यह कर्ता के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, साथ ही उसके लिए और भी महत्वपूर्ण है जिसे आंख मारी गई है। आंख मारने की क्रिया की प्रतिक्रिया अगर प्रेमी या प्रेमिका मुस्कुरा कर दे तो ये आंख से दिल में उतरने का इंट्री पास होता है। इंट्री पास मिलते ही प्रेमी गा उठता है- आंखों में बसे हो तुम...तुम्हें दिल में बसा लूंगा...।
छिछोरपन भी संस्कारी हो सकता है, बस सलीका सही होना चाहिए। यकीन नहीं आए तो मलयालम एक्ट्रेस प्रिया प्रकाश वारियर का आंख मारने वाला वायरल वीडियो एक बार फिर देखिए। आपको ये मानना पड़ेगा कि प्रिया प्रकाश ने प्रणय निवेदन की बदनाम तरकीब को नया आयाम दे दिया है। भारतीय संस्कृति में सीटी बजाना और आंख मारना हमेशा से छेड़छाड़ की बदनाम श्रेणी में शुमार था। तभी तो हीरो गाता था- सीटी बजाए, सताए..बीच सड़क पे हाय नाम मेरा पुकारे...ओ करके इशारे...ओ लड़की आंख मारे...। इंटरनेटीय दौर में SMS और व्हाट्सअप के हाईटेक तरीकों ने आंख मारने जैसे प्रेमाभिव्यक्ति के परंपरागत साधन को प्रचलन से बाहर कर दिया था, लेकिन भला हो प्रिया प्रकाश का कि उसने आंख मारने की क्रिया को उसका पुराना गौरव लौटा दिया है। दरअसल आंख मारना एक कला है। यह कर्ता के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, साथ ही उसके लिए और भी महत्वपूर्ण है जिसे आंख मारी गई है। आंख मारने की क्रिया की प्रतिक्रिया अगर प्रेमी या प्रेमिका मुस्कुरा कर दे तो ये आंख से दिल में उतरने का इंट्री पास होता है। इंट्री पास मिलते ही प्रेमी गा उठता है- आंखों में बसे हो तुम...तुम्हें दिल में बसा लूंगा...।
यूं देखा जाए तो आंखों में भावों का पूरा संसार समाया है। मन में चोर हो
तो इंसान आंख चुराता है और दिन बुरे हों तो अपने भी आंख फेर लेते हैं।
नाराजगी हल्की हो तो इंसान आंख तरेरता है और क्रोध चरम में हो तो आंखों से
अंगारे बरसते हैं। हम आंख बिछाए अपनी आंखों के तारे का इंतजार करते हैं और
जब वही आंखों में धूल झोंकता है तो आंखों से गिर जाता है। आंखों पर परदा
पड़ा हो तो आंख मूंदकर विश्वास करते हैं और जब आंख खुलती है तो आंखें फटी
रह जाती हैं। खैर यहां बात हो रही थी आंख मारने की। वैसे देखा जाए तो आंख
मारना किसी से आंखें चार होने के बाद की क्रिया है। मिलते ही आंखें दिल हुआ
दीवाना किसी का...। ऐसा नहीं कि अपनी प्रियतमा से आंखें चार करने वाला
प्रेमी केवल इकलौता हो। आंखें सेंकने वाले दूसरे प्रेम प्रतिद्वंद्वी भी
आंख मिचौली करते मिल जाते हैं। जाहिर तौर पर प्रेमियों को ऐसे आंखों के
कांटे आंखों में खटकते हैं और वो प्रेमी को फूटी आंख नहीं सुहाते। अब ऐसे
में सारा दरोमदार प्रियतमा की मंजूरी पर आकर टिक जाता है और इसी मंजूरी को
प्रिया प्रकाश ने आंख मारकर पूरी नफासत से बयां किया है।
प्रिया प्रकाश ने सलीके से आंख क्या मारी, पूरा देश जवान हो उठा है। क्या किशोर, क्या युवा, क्या अधेड़ और क्या बुढ़ऊ सब वेलनटाइन-वेलनटाइन खेल रहे हैं। अभी देश प्रिया प्रकाश के आंख मारक प्रहार से कराह ही रहा था कि उसका एक दूसरा वीडियो भी वायरल हो गया है जिसमें वो अंखियों से गोली मारकर सीधे कत्ल करने पर ही उतारू है। अंखियों से गोली मारे, लड़की कमाल रे जी...अंखियों से गोली मारे...।
प्रिया प्रकाश ने सलीके से आंख क्या मारी, पूरा देश जवान हो उठा है। क्या किशोर, क्या युवा, क्या अधेड़ और क्या बुढ़ऊ सब वेलनटाइन-वेलनटाइन खेल रहे हैं। अभी देश प्रिया प्रकाश के आंख मारक प्रहार से कराह ही रहा था कि उसका एक दूसरा वीडियो भी वायरल हो गया है जिसमें वो अंखियों से गोली मारकर सीधे कत्ल करने पर ही उतारू है। अंखियों से गोली मारे, लड़की कमाल रे जी...अंखियों से गोली मारे...।