उत्तर प्रदेश में नए राजनीतिक दल की कवायद में जुटे रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की नई पार्टी के नाम पर कयासबाजी तेज हो गई है. इस बीच राजा भैया के नाम से बने एक फेसबुक पेज पर राजा भैया की नई पार्टी का नाम चर्चा में है. ये नाम है जनसत्ता पार्टी. दावा किया जा रहा है कि अगामी लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर राजा भैया की ये पार्टी चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग में राजा भैया की तरफ नई पार्टी के लिए तीन नाम दिए गए हैं. इनमें जनसत्ता पार्टी का नाम भी शामिल है.
उधर खबर आ रही है कि समाजवादी पार्टी रघुराज की इस पार्टी की कवायद में अहम भूमिका निभा रहे एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी के खिलाफ एक्शन ले सकती है. उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में सपा से निष्काषित किया जा सकता है. बता दें कि कहा जा रहा है 30 नवम्बर को लखनऊ के जनेश्वर पार्क में राजा भैया रैली कर सकते हैं. इस दौरान वह अपनी नई पार्टी के पदाधिकारियों की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं.
बता दें पिछले कई महीनों से राजा भैया के समर्थक पार्टी बनाने को लेकर जनता के बीच सर्वे कर रहे थे. उधर राजनितिक गलियारों में राजा भैया के नई पार्टी बनाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बता दें राजा भैया प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा से विधायक हैं.
दरअसल रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की इस कवायद को सवर्णों को लामबंद करने की मुहिम के रूप में देखा जा रहा है. बता दें कि राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से हुए मतभेद के बाद से ही वे नई सियासी जमीन तलाश रहे हैं. कहा जा रहा है कि सपा से रिश्ते खराब होने के बाद राजा भैया का यह बड़ा सियासी दांव है.
उधर खबर आ रही है कि समाजवादी पार्टी रघुराज की इस पार्टी की कवायद में अहम भूमिका निभा रहे एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी के खिलाफ एक्शन ले सकती है. उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में सपा से निष्काषित किया जा सकता है. बता दें कि कहा जा रहा है 30 नवम्बर को लखनऊ के जनेश्वर पार्क में राजा भैया रैली कर सकते हैं. इस दौरान वह अपनी नई पार्टी के पदाधिकारियों की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं.
बता दें पिछले कई महीनों से राजा भैया के समर्थक पार्टी बनाने को लेकर जनता के बीच सर्वे कर रहे थे. उधर राजनितिक गलियारों में राजा भैया के नई पार्टी बनाने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बता दें राजा भैया प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा से विधायक हैं.
दरअसल रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की इस कवायद को सवर्णों को लामबंद करने की मुहिम के रूप में देखा जा रहा है. बता दें कि राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से हुए मतभेद के बाद से ही वे नई सियासी जमीन तलाश रहे हैं. कहा जा रहा है कि सपा से रिश्ते खराब होने के बाद राजा भैया का यह बड़ा सियासी दांव है.