नई दिल्ली में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दो दिवसीय सैन्य चिकित्सा सम्मेलन में पाकिस्तान (Pakistan) के अधिकारी शामिल तो नहीं हुए लेकिन डिनर करने पहुंच गए. इस सम्मेलन में 27 अंतरराष्ट्रीय और 40 भारतीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया था.
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) को लेकर भारत की ओर से किए गए फैसले के बाद से पाकिस्तान की बौखलाहट कम होने का नाम नहीं ले रही है. आए दिन वहां के नेता और अधिकारी अपनी हरकतों ने पाकिस्तान की फजिहत कराते फिर रहे हैं. एक बार फिर से उन्होंने ऐसी ही एक घटना को अंजाम दिया है. पाकिस्तान (Pakistan) दिल्ली में भारत (India) के द्वारा आयोजित दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सैन्य चिकित्सा सम्मेलन में शामिल नहीं हुआ था. इस सम्मेलन में पाकिस्तान के अधिकारी शामिल तो नहीं हुए लेकिन डिनर करने पहुंच गए थे. अधिकारियों की इस हरकत से पाकिस्तान की खूब फजिहत हुई थी. इस सम्मेलन में 27 अंतरराष्ट्रीय और 40 भारतीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया था.
Army Sources: Pakistani representatives gave a miss to the two-day military medicine conference of the Shanghai Cooperation Organisation and attended only the dinner held yesterday, in Delhi. pic.twitter.com/9gC20RgxcB
— ANI (@ANI) September 13, 2019
भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के प्रतिनिधियों ने शंघाई सहयोग संगठन के दो दिवसीय सैन्य चिकित्सा सम्मेलन में हिस्सा नहीं ली और गुरुवार को आयोजित में डिनर में पहुंचे थे. दिल्ली स्थित मानेकशॉ सेंटर में हुए इस सम्मेलन के पहले दिन 27 विदेशी और 40 भारतीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया था. पाकिस्तान शंघाई सहयोग संगठन का सदस्य है, इसलिए उसे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ भी उपस्थित थे. इस सम्मेलन में पाकिस्तानी प्रतिनिधियों की तीन कुर्सियां खाली रहीं थी.
इमरान ने दी घुसपैठ कराने की धमकीइमरान खान ने कल कहा कि PoK के युवा नियंत्रण रेखा (LoC) की ओर बढ़ना चाहते हैं, लेकिन आप अभी वहां मत जाइए. मैं आपको बताऊंगा कि आपको वहां कब जाना है. पहले मुझे संयुक्त राष्ट्र जाने दो. दुनिया को कश्मीर के हालात के बारे में बताने दो. अगर उन्होंने कश्मीर का मसला हल नहीं किया तो इसका असर पूरी दुनिया पर जाएगा. हालांकि, PoK के राजनीतिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा के मुताबिक, इमरान की रैली पूरी तरह फ्लॉप रही. रावलपिंडी और एबटाबाद के लोगों को ट्रकों में भर-भरकर मुजफ्फराबाद लाया गया था.