उन्होंने बताया कि इस मामले में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सलाहकार सऊद अल-ख़तानी से पूछताछ की गई थी लेकिन उन पर किसी तरह को आरोप नहीं लगाए गए हैं। उन्हें आख़िरी बार दो अक्तूबर 2018 को तुर्की के इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्यिक दूतावास के बाहर देखा गया था। तुर्की ने सऊदी अरब पर आरोप लगाया था कि दूतावास में जमाल ख़ाशोज्जी की हत्या कर दी गई थी। लेकिन उनकी लाश नहीं मिली। तुर्की का आरोप था कि सऊदी आला अधिकारियों के आदेश पर ख़ाशोज्जी की हत्या की गई है। हालांकि सऊदी अरब इससे इनकार करता रहा।
पत्रकार की हत्या मामले में 5 को सजा-ए-मौत
12:25 PM
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