अभी उत्तर भारत के लगभग सभी राज्या भयंकर सर्दी की चपेट में आए हुए हैं और लोगों को कंपकपी छूटी हुई। लेकिन ऐसा सभी के साथ नहीं होता, क्योंकि कुछ लोगों को जरूरत से ज्यादा ही ठंड लगती और वो जरा सी सर्दी में भी कांपने लगते हैं। ऐसा होने के पीछे एक वजह है जो चौंकाने वाली है। यहां हम आपको बता रहे हैं इसी वजह के बारे में...
अगर आप पूरी 7 से 8 घंटे की नींद नहीं ले पाते हैं तो इस स्थिति में अधिक ठंड लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अगर बॉडी को उचित आराम नहीं मिल पाता है तो वह अपना तापमान बनाए नहीं रख पाती। नींद पूरी ना होने की स्थिति में मेटाबॉलिजम धीरे काम करने लगता है। इस वजह से इससे शरीर में ऊर्जा का उत्पादन कम होता है और ठंड अधिक लगती है।
आपको बता दें कि शरीर में ठीक से ब्लड सर्कुलेशन नहीं होने से भी ठंड अधिक लकती है। यह स्थिति आमतौर पर डायटबीटीज और हार्ट रोगियों में देखने को मिलती है। इसके अलावा मसल्स का स्टिफ होना, जोड़ो में दर्द होना या पेट में क्रैंप्स के साथ दर्द होना भी ठंड लगने की निशानी होती है।
ज्यादा डायटिंग करने या फास्ट फूड खाने से भी शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। इस कारण ज्यादातर बच्चे और टीनेजर्स प्रॉपर न्यूट्रिशन की कमी के चलते एनिमिया के शिकार हो जाते हैं। यह स्थिति आमतौर पर गर्ल्स में अधिक देखने को मिलती है। शरीर में खून की कमी होने पर भी ठंड अधिक लगती है।
जिन लोगों का वजन उनकी हाइट और उम्र के हिसाब से नहीं होता है, उन लोगों को भी ठंड अधिक लगती है क्योंकि बहुत अधिक पतले लोगों में या जो लोग वेट लॉस मिशन पर ऐक्टिव होते हैं उनकी बॉडी में स्टोर्ड फैट अमाउंट कम होता है। इस वजह से बॉडी एनर्जी और हीट जनरेट करने के लिए इस्तेमाल करती है। यह फैट नहीं मिल पाने के कारण ठंड अधिक लगती है।
शरीर में हॉर्मोन की गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार होती है हाइपोथाइरॉइडिज़म की स्थिति। यह एक हॉर्मोनल डिसऑर्डर है। इस स्थिति में बॉडी में हॉर्मोन्स का उत्पादन उतनी मात्रा में नहीं हो पाता है, जितनी बॉडी को जरूरत होती है। इसके चलते मेटाबॉलिज़म बॉडी टेम्प्रेचर मेंटेन नहीं कर पाता है और ठंड ज्यादा लगती है।