
कलेक्टर ने फेसबुक पर फिल्म छपाक का पोस्टर अपलोड करते हुए लिखा था कि ‘तुम चाहे जितनी घृणा करो, हम देखेंगे छपाक’ | इस पर जब कमेंट आने शुरू हुए तो कलेक्टर ने -कमेंट कर लिखा ,में सीएए और एनआरसी को सपोर्ट नहीं करता | मेरा अपना विवेक है | इस बीच भाजपा ने कहा कि क्या कलेक्टर कानून से बड़ा हो गया है | सीएए कानून पास हो चूका है | फिर कोई लोक सेवक कैसे उसका विरोध कर सकता है | बवाल मचने के बाद कलेक्टर ने पोस्ट डिलीट कर दी | दरअसल ,केंद्र दौरा पारित इस कानून को मध्य्प्रदेश में लागु करने या न करने को लेकर भाजपा और कांग्रेस में खींचतान मची है | मध्य्प्रदेश सरकार ने इस कानून पर कांग्रेस की लाइन के हिसाब से ही निर्णय करने का ऐलान किया है |
पोस्ट वायरल होने के बाद इसपर विवाद बढ़ना शुरू हुआ तो कलेक्टर ने अपनी पोस्ट डिलीट कर लिया | जब पत्रकारों ने उनसे उनकी फेसबुक पोस्ट के बारे में प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि ‘मैंने सोशल मीडिया पर इसलिए लिखा था क्योंकि मेरी फिल्म देखने की इच्छा थी | एसिड सर्वाइवर किस तरीके से सरवाइव कर रहे हैं, उनकी जिंदगी को किस तरीके से फिल्माया गया, यह देखने की इच्छा थी | इसके अलावा कोई विशेष बात नहीं थी | सरकार ने उसे टैक्स फ्री किया है इसलिए मैं उसको देखना चाहूंगा | एसिड सर्वाइवर किस तरीके से जी रहे हैं यह देखना चाहता था | लखनऊ में मैं एसिड सर्वाइवर के कैफे पर भी गया हूं | उन्हें मैंने देखा है, इसीलिए उस फिल्म को देखने की इच्छा थी |