सतना।। सतना पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है. बजाज फाइनेंस की कंपनी से लोन की ईएमआई ना भरने पर एक डॉक्टर की शिकायत की गई थी. जिसे सतना पुलिस ने रीवा से गिरफ्तार किया है. डॉ अनुराग त्रिपाठी की डिग्री की जांच करने पर डिग्री फर्जी पाई गई. पुलिस ने आरोपी फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया है ।
हर डिग्री है फर्जी
सतना पुलिस ने एक फर्जी डॉक्टर का किया खुलासा. दरअसल बीते दिनों सतना शहर के कोलगवां थाना में बजाज फाइनेंस कंपनी ने डॉ अनुराग त्रिपाठी नाम के व्यक्ति के खिलाफ 13 लाख 90 हजार रुपए का लोन लेने के बाद उसकी ईएमआई ना भरने का मामला पंजीबद्ध कराया था. डॉक्टर ने बजाज कंपनी से अपनी एमबीबीएस एवं एम एस की फर्जी डिग्री लगाकर लोन लिया था. लेकिन इस लोन की कुछ ई एम आई भरने के बाद डॉक्टर फरार हो गया. जिसकी शिकायत बजाज फाइनेंस कंपनी के मैनेजर इमरान मंसूरी ने कोलगवां थाने में दर्ज कराई. पुलिस द्वारा आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला पंजीबद्ध कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई । इसके बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर अनुराग त्रिपाठी को रीवा से गिरफ्तार कर उसे सतना लाया. पुलिस द्वारा डॉक्टर से पूछताछ की गई एवं उसके डिग्री की जांच करने पर उसकी डिग्री फर्जी पाई गई. फर्जी डॉक्टर के खिलाफ पुलिस ने अपराध क्रमांक 248/20 धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया. आरोपी डॉक्टर अनुराग त्रिपाठी वर्ष 2010 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर में एमबीबीएस एवं एम्स जोधपुर राजस्थान की एमएस कि फर्जी डिग्री बीकानेर से बनवा कर यह डॉक्टरी का काम कर रहा था.
आरोपी सतना के विभिन्न हॉस्पिटलों एवं मेडिकल संस्थानों में काम कर चुका है. जिनमे उमरिया में आयुष मेडिकल, पन्ना में मदर टेरेसा हॉस्पिटल, बैकुंठपुर एवं रीवा में ज्योति मेडिकल में प्रैक्टिस प्रमुख है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर दिया है ।