रायगढ़।। भारत धार्मिक आस्था और परम्पराओं का देश है, जहां आस्था के नाम पर लोग पत्थर की भी पूजा पूरे दिल से करते हैं। लेकिन लोगों को आस्था आज कल कुछ ढोंगियों की कमाई का जरिया भी बन गया है। वहीं, भारत मे आस्था के नाम पर आडम्बर और अंधविश्वास भी आपको देखने को मिलेगा। ऐसा ही एक मामला रायगढ़ जिले के एक गांव में देखने को मिला है। यहां नीम के पेड़ से 'दूध’ की धारा निकल रही है। जहां इसे लोग भगवान का चमत्कार मान रहे हैं तो वहीं, वनस्पति वैज्ञान के जानकार इसे वृक्षों से उत्पन्न विकृति बता रहे हैं।
दरअसल मामला लैलूंगा विकासखंड के एक गांव का है, जहां नीम के पेड़ से सफेद तरल पदार्थ निकल रहा है। पहले तो लोग इसे नजरअंदाज करने लगे, लेकिन धीरे धीरे जब ये खबर आस पास के ईलाके में फैली तो ये नीम के पेड़ से निकलने वाला ‘दूध’ लोगों के आस्था की वजह बन गई। अब यहां रोजाना सैकड़ों लोग आ रहे हैं। कोई पेड़ को देखने आता तो कोई पेड़ से अपनी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए निकलने वाला सफेद तरल पदार्थ लेने पहुंचता। वहीं, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इससे कई तरह को बीमारियां भी ठीक हो रही है। आपको बता दें कि नीम चर्म सहित कई अन्य रोगों के लिए भी कारगर दवा है, इस बात का प्रमाण आपको विज्ञान में भी देखने को मिलेगा।
वहीं, जब हमने नीम के पेड़ से निकलने वाले दूध के संबंध में वनस्पति शास्त्र की अतिथि व्यख्याता पूजा चौधरी से बात को तो उन्होंने बताया कि पुराने पेड़ों पर कभी-कभी बैक्टीरिया के प्रभाव से उत्तक मृत होने लगते हैं। इनमें जो पानी होता है वह पेड़ की पुरानी छाल से बाहर आने लगता है। यह 36 से 48 घंटे तक निकलता है।