अगर ये सच है तो ये समझिए कम खुलने वाली आंख अपने साजिश में कामयाब हो गई..एक खबर तेजी से वायरल हो रही है चीन ने कोरोना संक्रमित स्पेन को 443 यूरो की दवा बेची है। यह जानकार हर किसी का दिमाग सन्न रह गया है।
एक फ़िल्म याद आ गई "कृष 3" और उसका विलेन "काल"। किस तरह दुनिया पर हुकूमत करने के लिए काल अपने ही "ब्लड" से एक "वायरस" बनाता है, और उसका "एंटी डोज" भी। ताकि वायरस की चपेट में आए दुनिया को अरबों खरबों की दवा बेच सके..
हाल ही में एक साउथ मूवी का वीडियो क्लिप देखा गया। चीन से मिलकर कैसे एक भारतीय प्रोफेसर पैसे की लालच में अपने ही देश मे वायरस फैलाता है।
इन दोनों फिल्मों और चीन के कोरोना वायरस में काफी समानता है। चीनी साजिश, षड्यंत्र अब जाकर दुनिया को समझ में आ रहा है। या यु कहे की क्या कोरोना वाइरस दुनिया की आर्थिक महाशक्ति बनने के लिए एक चीनी खेल।

चीन यही तो चाहता था, पूरी दुनिया लॉकडाउन हो जाए, बाजार बंद हो जाए, प्रोडक्शन ठप पड़ जाए। कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन के अलावा और कोई उपाय ही न हो। कोरोना का कोई एंटी डोज न बना सके। साजिशन जो सोचा गया वो हो भी रहा है।
पहले ही शक था, चीन ने अगर "वायरस" बनाया है तो "एंटी डोज" भी बनाया होगा। तभी इतनी तेजी से उसने कोरोना पर काबू पा लिया। वामपंथी चीन, कम्यूनिस्ट चीन की हरामखोरी देखिए... हाल ही में उसने "443 यूरो" में स्पेन के कोरोना का एंटी डोज बेचा है। कल भारत, अमेरिका, ईरान, इटली, सऊदी अरब, सबको एंटी डोज बेचेगा, उनके बाजारों पर राज करेगा। दुनिया की "इकोनॉमी पावर", आर्थिक महाशक्ति, दुनिया का "दादा" बन जाएगा। अपने साजिश, षड्यंत्र और काले मंसूबे में कामयाब हो जाएगा....
पर याद रखना चीन, भारत एक सत्य सनातन देश है, यह रामकृष्ण, गौतम बुद्ध, महावीर और नानक का देश है। यह बम बम भोले का देश है। यह सुभाष बाबू, आजाद और भगत सिंह का देश है। 21 दिन तो क्या...हम तीन महीने और लॉकडाउन में जी लेंगे...पर तेरी साजिश, तेरा षड्यंत्र, तेरे काले मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे।