एक पाकिस्तानी आदमी से शादी करने वाली एक पूर्व भारतीय महिला को कई सालों बाद अब पहचान के संकट का सामना करना पड़ रहा है. शारजाह निवासी इस भारतीय महिला ने 19 साल पहले अपना नाम, धर्म और राष्ट्रीयता बदल कर एक पाकिस्तानी आदमी से शादी कर ली थी, लेकिन इतना समय बीतने के बावजूद महिला के पाकिस्तानी राष्ट्रीय पहचान पत्र का नवीनीकरण नहीं हो पा रहा है.
गल्फ न्यूज के अनुसार काजल रशीद खान नाम की महिला ने 31 जुलाई को अपना पाकिस्तानी पहचान पत्र नवीनीकरण के लिए दिया था. अभी तक महिला को उसका नया पहचान पत्र नहीं मिल पाया है क्योंकि पाकिस्तान में अधिकारियों का कहना है कि दस्तावेजों को अभी ‘सत्यापित’ किया जा रहा है. सामान्यत: इस पूरी प्रक्रिया में सात से 10 दिन लगते हैं और नया पहचान पत्र मिल जाता है।
काजल के पति मोहम्मद रशीद ने कहा, “ मैं एनएडीआरए (नेशनल डेटाबेस एवं पंजीकरण प्राधिकरण) को पिछले तीन महीने से लिख रहा हूं और हमने सारे अतिरिक्त दस्तावेज भी जमा करवा दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है.
कराची में काजल के बैंक खातों के संचालन पर रोक लगा दी गयी है. काजल का पाकिस्तानी पहचान पत्र वर्ष 2023 तक मान्य है लेकिन अपने बैंक खाते को संचालित करने के लिए उसे नए स्मार्ट पहचान पत्र की आवश्यकता है.
काजल के पास वैध पाकिस्तानी पासपोर्ट और पाकिस्तानी नागरिकता प्रमाणपत्र है. काजल ने दुबई के पाकिस्तानी कन्सुलेट जनरल से प्रमाणित एक पत्र भी पेश किया है जिसके अनुसार काजल ने 2001 में ही अपना भारतीय पासपोर्ट सौंप कर पाकिस्तान पासपोर्ट प्राप्त किया था.
पेशे से आर्किटेक्ट 60 वर्षीय रशीद 1989 में कराची से संयुक्त अरब अमीरात आए थे. उन्होंने 1996 में मुंबई की एक हिंदू लड़की कल्पना से शादी की. कल्पना ने इस्लाम धर्म कबूल करने के बाद अपना नाम बदलकर काजल कर लिया. रशीद के भारत में भी रिश्तेदार हैं.
रशीद की चार पत्नियां हैं जिनमें दो भारतीय और दो पाकिस्तानी हैं. रशीद के चारों बीवियों से 10 बच्चे हैं. उसकी एक पत्नी दो बेटियों के साथ भारत में रहती है. रशीद और काजल के दो बच्चे हैं.