न कोई टैग न कोई चेतावनी फिर भी खाद्य विभाग की मेहरवानी से बिक रही है केसरिया तंबाकू
मैनपुरी।। नगर में बिकने वाली कैंसर की बीमारी केसरिया तंबाकू नगर व क्षेत्र की भोली भाली जनता को गुमराह करके बेची जा रही है। केसरिया की पैकिंग पर न कोई टैग है न कोई चेतावनी लेकिन फिर भी सालों से बिक रही है। जैसे कानपुर से निर्माण होने वाला राजश्री पान मसाला की पेकिंग पर उसका नाम होता है। अगर तंबाकू है तो उसकी पेकिंग पर बड़े अक्षरों में अंकित होता है, कि तंबाकू के सेवन से कैंसर होता है। लेकिन नगर में बिकने वाली केसरिया तंबाकू की पेकिंग पर न तो कोई टैग है न कोई चेतावनी।
बताते चले कि नगर में बिकने वाली केसरिया तंबाकू का निर्माण करने वाले को खाद्य विभाग की तरफ से माउथ फ्रेशनर बेचने का लाईसेन्स मिला हुआ है। लेकिन यह नगर व क्षेत्र किसी भी नागरिक को नही पता कि माउथ फ्रेशनर का नाम क्या है। हां लोगो को इतना मालूम है कि यह केसरिया तंबाकू है। चलों माउथ फ्रेशनर पर ही आते है अगर माउथ फ्रेशनर है तो उसकी पेकिंग पर आज तक उसका नाम क्यों नही लिखा गया। क्यों कि फिर लोग समझ जायेगे। केसरिया तंबाकू बेचने वाला माउथ फ्रेशनर का लाईसेन्स लेकर कैंसर की बीमारी बेच रहा है।
अब इसके बिक्री की बात करते है। तो इसकी जिम्मेदारी खाद्य विभाग की है। अगर कार्रबाई करनी है तो खाद्य विभाग करेगा। बिशेष सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि माउथ फ्रेशनर का लाईसेन्स लेकर तंबाकू की बिक्री करने पर केसरिया तंबाकू निर्माण कराने वाला एक मोटी रकम की सुबिधा शुल्क देता है। शायद इसी बजह से यह जहर नगर सालों से बिक रहा है। इस जहर की ही देन है कि नगर में दर्जनों लोग कैंसर जैसी बीमारी से काल के गाल में जा चुके है। लेकिन केसरिया तंबाकू वहीं के वही पर है।
कैंसर के मामले में पड़ोस के देश में पहचान रखता है जिला मैनपुरी
कैंसर की बीमारी को जन्म देने के मामले में मैनपुरी पहले ही अपनी पहचान बना चुका है। केसरिया तंबाकू तो अब आई इससे पहले इसकी जगह पर कपूरी हुआ करती थी। वह भी बिना टैग और बिना चेतावनी के बिकती थी। जैसे केसरिया तंबाकू बिकती है। अब देखने लायक होगा कि जिला मैनपुरी के ऊपर लगा हुआ कैंसर का कलंक कब हट पायेगा। क्यों कि मैनपुरी कैंसर के नाम से पड़ोसी देश में पहचान वना चुका है।