बेंगलुरु।। लॉक डाउन में ऑनलाइन शॉप ओपन होने के बाद तस्करी की घटनाओं में तेजी आई है | सरकार ने ऑनलाइन सेवाओं में सिर्फ राशन, दवा जैसी जरूरी चीजें को मुहैया कराने के निर्देश दिए है | इसने ग्राहक ऑनलाइन मंगवा सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों ने शराब-सिगरेट जैसी चीजों की भी ऑनलाइन खरीद फरोख्त शुरू कर दी। दिलचस्प बात यह है कि इस छूट का इस्तेमाल तस्कर जोर – शोर से कर रहे है |
बेंगलुरु में क्राइम ब्रान्च ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है जो लॉक डाउन में ऑनलाइन सिगरेट बेच रहे थे। इनके कब्जे से 30 हजार रुपये के सिगरेट भी बरामद किए गए हैं। तस्करों ने सिगरेट और शराब का ठिकाना भी बना रखा था | पुलिस अब उस ठिकाने की तलाश में जुटी है |सिगरेट की अवैध बिक्री को लेकर पुलिस ने दो कारोबारियों अख्तर मिर्जा और तबुद्दीन मोहिद्दीन के खिलाफ केस दर्ज किया है।
आरोपियों ने लॉक डाउन में सिगरेट की ऑनलाइन बिक्री के लिए ‘मूनलाइट डिलीवरी’ नाम से अवैध तरीके से कारोबार शुरू कर लिया था। मोबाइल नंबर के जरिए ग्राहकों को रजिस्टर करवाते थे और फिर उन्हें सिगरेट पहुंचाते थे। इनके पास 450 अलग-अलग ब्रैंड्स के सिगरेट जप्त किये गए है। जबकि उनके गोडाउन की तलाश जारी है |
कोरोना वायरस को रोकने के लिए 3 मई तक देशभर में लॉक डाउन लागू किया गया है। 24 मार्च को लॉक डाउन की शुरुआत से ही गुटखा, सिगरेट और शराब समेत सभी तरह के नशीलों पदार्थों की बिक्री पर रोक लगा दी गई। कई जगह गली मुहल्लों में गुटखा सिगरेट चोरी छिपे बिक रहा है, लेकिन ग्राहकों को दो से तीन गुनी कीमत चुकानी पड़ रही है। इसी तरह शराब भी कई गुनी ज्यादा कीमत पर बिक रही है | फ़िलहाल पुलिस जाँच में जुटी है |