कोरोना एक ऐसी बीमारी है जो बीमार व्यक्तियो को वीआईपी जैसे रुतबे का अहसास करवाता है। जहां दुसरी बीमारीयो के लोग जिंदा है या मर रहे है किसी का ध्यान ही नही है वहीं सरकार ने पूरी शक्ति कोरोना महामारी से निबटने मे ही लगा रखी है। बीमारी की खबर मिलते ही सरकार प्रशासन हरकत मे आ जाते है। घर के बाहर पुलिस के बडे-बडे अधिकारियों की गाडियां दोडने लगती है। आस पास के क्षेत्र मे कर्फु लग जाता है। पुलिस की चोकिया बन जाती है। राजभवन की तरह बीमार के घर पर बिना पुलिस की इजाजत के किसी को आने जाने नही दिया जाता है। बीमार की अखबारो मे खबरे छपती है टीवी बुलेटिन मे नाम आता है। वह व्यक्ति चर्चित हो जाता है उसे अस्पताल लाने ले जाने की पुरी जिम्मेदारी सरकार प्रशासन की हो जाती है। जो समझदार है वो लोग बीमार होने पर इस सुविधा का पुरा लाभ उठाते है मगर जो मुर्ख होते है वो पुलिस प्रशासन पर पत्थर फेंक कर छुपने के प्रयास मे रहकर खूदका और राष्ट्र दोनो का अहित करते है।
कोरोना के संक्रमित मरीज के संपर्क मे आनेवालो की भी सरकार लिस्ट बना लेती है ।उन सबको क्वारंटाइंन मे रखने मे लाखो रुपये खर्च करती है। बडे-बडे होटलो स्कूलों भवनो मे रखने ओर खाने पीने की व्यवस्था मे सरकार के करोडो रुपये खर्च हो रहे है। जिन लोगो को कोरोनटाईन मे रखा जाता है वो खुदको बाराती समझने लगते है। सरकार की तरफ से उनकी खाने पीने रहने नहाने धोने की पुरी सुविधाएं देने के बाद भी वो रोज रोज चिकन मटन रबडी रस मलाई न मिलने की शिकायत करते रहते है। हालांकि कई लोगो को तो क्वारंटाइंन इतना पसंद आरहा है कि 14 दिनो के बाद भी वो घर जाने को तैयार नही हो रहे है। वो जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सरकारी नुमाइंदों से 14 दिन क्वारंटाइन के और बढवाने कि सिफारिश करवाते रहते है।
अभी रमजान के महिनो मे मुस्लिम समुदाय के रोजे चल रहे है। गहलोत सरकार ने कोरानटाइंन मे चल रहे मुस्लिम समुदाय के लोगो के लिए विशेष खाने पीने की व्यवस्था की है। इससे एक फायदा तो ये होगा की कोराना के संक्रमित के संपर्क मे आने वाला व्यक्ति राजी राजी कोरानटाइंन कैंप मे आजायेगें। इससे सरकार की अनावश्यक भागदौड़ बचेगी।
भाजपा विधायक अशोक लाहोटी समेत अनेक भाजपा विधायकों सांसदो और अन्य नेताओं को ये मलाल रह गया की राजस्थान सरकार ने रमजान के महीने मे मुसलमान भाईयों के लिए तो रोजो मे खाने की विशेष व्यवस्था करवा दी मगर नवरात्रों मे हिन्दुओं के लिए ऐसी व्यवस्था नही करवायी थी। मगर उनके सवाल का जवाब मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री दोनो के पास ही नही है। क्योंकि वो जानते है कि नवरात्रों मे हिंदू भाईयों के उपवास का ध्यान न रखने पर सरकार से बडी चूक तो हो गयी है लेकिन उसकी भरपाई अब कैसे करे ये उनके समझ मे नही आ रहा है।
(Omendra singh Raghav)
(Omendra singh Raghav)