कानपुर/उत्तर प्रदेश।। खतरनाक कोरोना वायरस को दस मिनट में एक विशेष केमिकल से खत्म किया जा सकता है। इसे एचबीटीयू के पेंट टेक्नोलॉजी विभाग ने तैयार किया है। अहम बात है कि इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। तैयार किए गए सिल्वर नैनो पार्टिकल हाइड्रोजनपर ऑक्साइड केमिकल के सैंपल जांच के लिए गुड़गांव की एनएबीएल लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आते ही उपयोग शुरू हो जाएगा। हालांकि एचबीटीयू की लैब में इसका परीक्षण सफल रहा है। विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण मैथानी का दावा है कि इस केमिकल से कोरोना का प्रकोप खत्म किया जा सकता।
प्रो. मैथानी के मुताबिक सेनेटाइजेशन में इस्तेमाल हो रहे सोडियम हाइपोक्लोराइड केमिकल काफी हानिकारक हैं। लोहे में पड़ने पर जंग लग रही है। व्यक्ति जब इसका प्रयोग करता है तो एलर्जी और खुजली की दिक्कत हो रही है। दीवार पर सफेद रंग के धब्बे पड़ जा रहे हैं। दावा किया कि विशेष केमिकल का असर खत्म नहीं होता है।
उनका कहना है कि केमिकल का उपयोग कोरोना का प्रकोप खत्म करने के लिए कई महत्वपूर्ण जगहों पर भी किया जा सकता है। सब्जी, फल, अस्पताल, स्कूल और होटल आदि जगहों पर इसका प्रयोग कर सकते हैं। इससे मरीज समेत अन्य किसी को खतरा भी नहीं होगा। उनके मुताबिक सोडियम हाइपोक्लोराइड एक लीटर में 60 ग्राम उपयोग होता है जबकि विशेष केमिकल एक लीटर में सिर्फ 10 ग्राम उपयोग होगा। इसकी कीमत भी काफी कम है।
प्रो. मैथानी के मुताबिक विशेष केमिकल 10 मिनट में कोरोना के असर को खत्म करके खुद ब खुद उड़ जाता है। इसका कोई भी इफेक्ट नहीं रहता है, जबकि अन्य केमिकल का रहता है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंसन जार्जिया अमेरिका ने विशेष केमिकल का उपयोग करके राइनो, एच वन और एन वन आदि वायरस पर काबू पाया है।