लुधियाना।। लुधियाना पुलिस ने नकली नोट छापने के मामले में एक गिरोह के कुल 4 सदस्यों को काबू करके उनसे जाली नोट, स्कैनर-प्रिंटर व कटिंग मशीन बरामद की है। इस मामले में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त दीपक पारीक ने बताया कि पुलिस को नकली नोट छापने संबंधी सुचना मिली थी।
उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद सहायक पुलिस आयुक्त उत्तरी गुरविंद्र सिंह की देखरेख में उपनिरीक्षक अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल की टीम ने जोधेवाल इलाके से ताजपुर रोड के भूपिंद्र सिंह उर्फ पिंद, काकोवाल गांव के तजिंद्र सिंह उर्फ बावा, भामियां गांव के गुरदेव सिंह व काकोवाल के अमर सिंह नामक युवकों को धर दबोचा।
पुलिस को उनके कब्जे से 1.07 लाख रुपए के जाली नोट, 2 स्कैनर-प्रिंटर, कटिंग मशीन इत्यादि सामग्री बरामद की है। पकड़ी गई जाली भारतीय करंसी में 2 हजार, 200 व 100-100 के जाली नोट शामिल हैं। पकड़े गए चारों अभियुक्त 20 से 25 साल के हैं।
उन्होंने बताया कि काबू किया अभियुक्त भूपिंद्र इससे पहले नशा बेचता था। वह खुद भी नशा करता है।जोधेवाल पुलिस ने उसे 10 ग्राम हेरोइन के साथ पकड़ा था और फिर जेल भेज दिया था। जेल में वह एक कैदी के संपर्क में आया जिसने उसे जाली नोट छापने की सलाह दी और इसकी विधि बताई। जमानत पर जेल से बाहर आने पर भूपिंद्र ने यह काम करना आरंभ कर दिया। इस काम में उसने अपने 3 दोस्तों तजिंद्र, गुरदेव व अमर को भी अपने साथ मिला लिया।
अत्याधुनिक 2 स्कैनर-प्रिंटर की मदद से इन्होंने साधारण कागज पर 2000, 500, 200 व 100 के नोट छापने आरंभ कर दिए और कटिंग मशीन से नोटों की कटाई की। गुरबिंद्र ने बताया कि इनके पास से पकड़े गए जाली नोट अधितकर एक ही सीरिज के हैं। अर्शप्रीत ने बताया कि मास्टर माइंड भूपिंद्र चौथी कक्षा पास है। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है व मामले की जाँच की जा रही है।