बालाघाट।। लॉकडाउन के दौरान नियमों का पालन कराने के लिए प्रशासनिक अमला सड़को पर है | एक ओर जहां नियम तोड़ने वालों पर पुलिसकर्मी लाठी भांज रहे है तो प्रशासनिक अमला भी कहां पीछे रहने वाला | उसने भी मुंह में मास्क ना लगाने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया | इसी कड़ी में बालाघाट के किरनापुर में पुलिस बल के साथ सड़क पर उतरी एक महिला एसडीएम ने दूसरे पुरुष एसडीएम का चालान काटकर संदेशा दिया है कि कानून सबके लिए बराबर है। फिर चाहे उसके सीनियर और जूनियर क्यों न हो ? मास्क लगाना सभी के लिए जरुरी है |
लॉकडाउन के तीसरे चरण के खत्म होने से पहले किरनापुर में पदस्थ महिला एसडीम की सक्रियता सुर्ख़ियों में है | दरअसल बालाघाट जिला कलेक्टर दीपक आर्य ने प्रशासकीय अधिकारी के बीच किए गए कार्य विभाजन में परिवीक्षाधिन डिप्टी कलेक्टर सुश्री निकिता मंडलोई को किरनापुर का प्रभार सौंपा है | कार्यभार ग्रहण करने के बाद निकिता मंडलोई ने अपने टीम के साथ स्थानीय बस स्टैंड में लोगों से नियमो का पालन करने की गुहार लगा रही थी | उन्होंने बिना मास्क लगाए मोटर साइकिल और चार पहिया वाहनों से यात्रा करने वाले कई लोगों के खिलाफ चलानी कार्रवाई की । उन पर 50 रुपए का जुर्माना भी लगाया | मौके की नजाकत को देखते हुए उन्होंने कुछ वाहन चालकों से उठक-बैठक भी लगवाई और मास्क देकर उन्हें छोड़ा |
दिलचस्प मामला उस समय नजर आया जब चालानी कार्रवाई के दौरान एसडीएम लांजी रविन्द्र परमार भी उनके हत्थे चढ़ गए | वे शासकीय कार्य से लांजी से बालाघाट जा रहे थे। एसडीएम परमार और उनके ड्राईवर दोनों ने भी मास्क नहीं लगाया था | निकिता मंडलोई ने उन्हें भी रोक कर उनका भी चालान काट दिया। इससे पहले कि एसडीएम लांजी कुछ कह पाते , चालान कट चूका था | उन्होंने भी हालात को समझा और चालान अदा कर अपने अगले पड़ाव की ओर निकल गए | हालांकि उनके ड्राइवर ने एसडीएम VS एसडीएम को साहब का ओहदा भी बताया , लेकिन जब तक काफी देर हो चुकी थी | फ़िलहाल तो परिवीक्षाधिन डिप्टी कलेक्टर निकिता मंडलोई की सक्रियता रंग ला रही है | लोग मास्क का महत्व और सोशल डिस्टेंसिग की गंभीरता समझ रहे है |