आपने भी अक्सर देखा होगा कि आरोपी अपराधी का चेहरा पुलिस कपड़े से ढक कर रखती है। ऐसा क्या होता है कि जब कोई अपराधी टीवी के सामने आता है, तो उसका चेहरा काले या किसी अन्य रंग के कपड़े से छुपाया गया होता है। आपके मन में भी बहुत बार यह सवाल उठा होगा कि अगर पुलिस इन अपराधियों का चेहरा दिखा दे तो संभव है कि वह व्यक्ति लोगों के द्वारा पहचान लिया जाए और दूसरा कोई अपराध न कर पाए। अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो आइए जानते है कि आखिर पुलिस क्यों अपराधियों का चेहरा छुपा कर रखती है।
हमारा कानून यह कहता है कि हम किसी भी व्यक्ति को तब तक अपराधी नहीं मान सकते जब तक कि अदालत उसे दोषी न करार दे। यानी जब कभी भी कोई अपराध होता है और उस अपराध के आरोप में किसी को पुलिस पकड़ती है तो उस वक्त उसका चेहरा इसलिए ढक दिया जाता है क्योंकि अभी वह न्यायालय में जाएगा।
न्यायालय में उसका ट्रायल होगा, न्यायालय में गवाह और सबूत पेश किए जाएंगे और यदि वहां से भी वह दोषी करार हो जाता है तब उसका चेहरा सामने आए तो कोई फर्क नहीं पड़ता।
लेकिन जब तक वह देश की सभी अदालतों से दोषी साबित नहीं हुआ है और वह केवल आरोपी है तो ऐसी स्थिति में आरोपी का चेहरा दिखाना न केवल मानव अधिकार का उल्लंघन है बल्कि ऐसा भी हो सकता है कि क्या पता वह निर्दोष ही हो और किसी तरह से फंसा दिया गया हो, तो हो सकता है कि उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाए। तो यहीं वजह है कि अपराध के आरोपी का चेहरा ढक दिया जाता है, जब कभी भी उसे पुलिस पकड़ती है।