सरकार और स्वास्थ्य विभाग को जनहित में तुरंत लेनी चाहिए मदद
रायपुर।। कोरोना ने जहा देश में इतनी तबाही मचा रखी है की कोई ऑक्सीजन की कमी से मारा जा रहा है तो कोई संक्रमण के डर से ही बेसुध हो चूका है। आज के समय मे संक्रमित लोगों का ऑक्सीजन लेवल तेजी से गिर तो रहा ही है और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए त्राहि-त्राहि मची है, सो अलग ऐसे समय में हमारे देश में हमेशा उपेक्षित रहने वाला होम्योपैथी इलाज बहुत ही कारगर साबित हो रहा है.
होम्योपैथी दवाओं से ऑक्सीजन के तेजी से नीचे आने की प्रक्रिया को संभला जा रहां है. लगभग 300 से अधिक मरीजों पर यह प्रयोग डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी द्वारा लिली चौक, पुरानी बस्ती स्थित त्रिवेदी होम्योपैथी क्लीनिक में किया गया है.
डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी ने बताया कि पिछले बार के संक्रमण से इस बार का संक्रमण काफी ज्यादा खतरनाक दिख रहा और यह सीधा फेफड़ों पर असर करता है, जिसका एक मुख्य कारण जरूरत से ज्यादा इम्युनिटी बढ़ाने की दवाई लेना भी है, तेज बुखार के साथ हाथ पैरों व सर में असहनीय दर्द, खासी आना, कमजोरी गला सुखना, ठंड लगना के साथ अन्य कई इसके लक्षण है व मानसिक रूप से लोग डर व सहम चुके है और मानसिक प्रेशर बढ़ने से कई लोगों की आंतरिक शक्ति भी कमजोरी हो रही है.
डॉ. उत्कर्ष त्रिवेदी ने बताया कि होम्योपैथी में लक्षणों (शारीरिक व मानसिक) के मिलान के आधार पर चुनी हुई औषधि देने से चमत्कारिक परिणाम सामने आ रहे हैं. कई ऐसे मरीज हैं जिनका ऑक्सीजन लेवल 70 से 75 तक था और आज वह नॉर्मल है. वह एकदम स्वस्थ है अपने सारा काम कर रहे हैं. होम्योपैथी में एक नहीं सैकड़ों दवाइयां उपलब्ध है जो ऑक्सीजन की कमी को दूर करने में सहयोग कर सकती हैं. इसमें कृतिम ऑक्सीजन पर निर्भरता कम होगी उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के इलाज में होम्योपैथी को शामिल करने से अस्पताल पर दबाव कम होगा जिससे इलाज में आसानी होगी और साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक की आर्सेनिक एल्बम 30 दवा हर महीने में 3 दिन तीन खुराक तक लगातार ले सकते हैं. जिससे कि कहीं न कहीं इस महामारी लड़ने के लिए हमारे अंदर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी वह हम काफी हद तक बच पाएंगे.