हमारे शरीर को चलाने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में लंग्स का काम होता है कि पूरे शरीर में खून के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई करता है। शरीर में ऑक्सीजन का लेवल 95 फीसदी होना जरूरी है। लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण से मरीज के फेफड़े कमजोर हो जाता है जिससे संक्रमित व्यक्ति की ऑक्सीजन का लेवल धीरे-धीरे गिरने लगता है। यदि संक्रमण के शिकार व्यक्ति में ऑक्सीजन का लेवल 90 फीसदी से कम हो जाता है तो यह उसके लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि हर कोई अपने फेफडो को स्वस्थ रखे।
आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में इस बार 60 से 65 फीसदी मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उनका ऑक्सीजन लेवल तेजी से घटता जा रहा है। 2 से 3 दिन के अंदर ये 80 से नीचे पहुंच जाता है और ऐसे में तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। अगर इस दौरान ऑक्सीजन ना मिले तो हालात बहुत गंभीर हो जाते हैं, यहाँ तक की संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि हम सभी अपने फेफड़ों का पहले ही ध्यान रखें जानिए ऐसे ही कुछ घरेलु हर्बल चीजों के बारे में जिससे आपके फेफड़े तेजी से मजबूत होगे।
पिपली
पिपली में कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन अमिनो एसिड, विटामिन, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों के अलावा मिनरल्स और कुछ मात्रा में पानी और ऑक्सीजन पाई जाती है। इसका सेवन करके आप अपने फेफड़ों को मजबूत रख सकते हैं।
मुलेठी
औषधीय गुणों से भरपूर मुलेठी में विटामिन बी, ई के साथ-साथ फास्फोरस, कैल्शियम, कोलीन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सिलिकॉन, प्रोटीन, ग्लिसराइजिक एसिड के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक गुण पाए जाते हैं। जो सर्दी-जुकाम, बुखार के साथ-साथ फेफड़ों को मजबूत रखने में मदद करती है। मुलेठी का सेवन 3-5 ग्राम ही पाउडर के रूप में करना चाहिए। आपको बता दें कि मुलेठी की तासीर ठंडी होती है।
अडूसा
इसे वासा का पौधा भी बोला जाता है। इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। इसकी पत्तियों में अलकोलाइड, सैपोनिन, टैनिन , फिनोलिक्स, फ्लैवोनोइड्स जैसे फाइटो-केमिकल्स की प्रचुर मात्रा होती है। जिसका सेवन करके सर्दी-जुकाम, बुखार, गठिया, एनिमिया से छुटकारा पाने के साथ फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करेगा। इसकी पत्तियों का 10-15 मिली रस रोजाना पी सकते हैं। इसके साथ ही इगर पाउडर ले रहे हैं तो 3-6 ग्राम से ज्यादा न लें।
तुलसी
तुलसी के पत्ते में अधिक मात्रा में पोटैशियम, आयरन, क्लोरोफिल मैग्नीशियम, कैरीटीन और विटामिन-सी पाया जाता है जो फेफड़ों को हेल्दी रखने में मदद करता है। रोजाना सुबह 4-5 पत्तियों को चबा लें। इसके अलावा आप गिलोय और तुलसी का आयुर्वेदिक काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
त्रिफला
आंवला, हरड़ और बहेड़ा का 1:2:3 अनुपात में मिलाकर त्रिफला का पाउडर बनाया जाता है। यह औषधिय गुणों से भरपूर होता है। यह आपके पेट को हेल्दी रखने के साथ ही इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है। इसे आप राज को सोने से पहले 1 चम्मच खा सकते हैं। इसके अलावा पानी में भिगोकर सुबह इसका सेवन कर सकते हैं।