तपस्वी खुद को बताता था भगवान
आश्रम में आने वाली महिलाओं को भांग की गोली खिलाकर करता था गलत काम
जयपुर/राजस्थान।। भक्ति का नशा ऐसा है कि अच्छा खासा समझदार भी इसके फेर मे पड़ कर अपना बहुत कुछ गवा देता है। यूं तो देश में आस्था के नाम पर कई धर्म गुरुओं पर महिलाओं संग यौन शोषण के आरोप लग चुके हैं, जिनमें कुछ तो फिलहाल जेल में भी बंद हैं। अब इस सूची में एक और बाबा का नाम शामिल हो गया है।
जयपुर के भांकरोटा थाने में एक ऐसे ही अय्याश बाबा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। राजस्थान के मुकुंदपुरा में आश्रम चलाने वाले तपस्वी बाबा योगेंद्र मेहता पर उनके ही महिला शिष्यों ने दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। जिसमें बाबा की सेविका पर भी सहयोग करने के आरोप हैं। भांकरोटा थानाधिकारी मुकेश चौधरी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जा रही है।
आरोप है कि बाबा अपने आश्रम में आने वाली महिलाओं को भांग की गोली खिलाकर नशे में आने के बाद उनके साथ इस गंदी हरकत को अंजाम देता था. साथ ही विरोध करने पर उन्हें बर्बाद करने की धमकी भी देता था. उसकी इस कारस्तानी की एक शिकार पीड़ित महिला ने बताया कि ससुराल के कुल देवता तपस्वी बाबा हैं। बाबा का आश्रम मुकुंदपुरा में है।
बाबा के आश्रम में उनके परिवार का 25 सालों से आना-जाना था। वहां पर धीरे-धीरे बाबा की गद्दी को योगेंद्र मेहता ने संभाल लिया और तपस्वी बाबा का आश्रम खोल लिया। योगेंद्र मेहता खुद को तपस्वी बाबा बताने लग गया। योगेंद्र मेहता का आश्रम मुकुंदपुरा के अलावा रातल्या सीकर रोड और दिल्ली रोड पर है।
पीड़ित महिला का परिवार भी आश्रम में जाया करता था। उसके पति भी अक्सर बाबा के पास आश्रम में जाते थे और सत्संग सुना करते थे। बाबा ने उसके पति को कहा कि पूरे परिवार को आश्रम में लेकर आया करो। इसके बाद वह भी पति के साथ आश्रम में जाने लग गई।
विवाहिता ने बताया कि आश्रम में वह पांच-छह महीने के अंतराल में जाती थी। तीन-चार दिन रुक कर आश्रम में सेवा करती थी। उसने बताया कि बाबा महिलाओं को आश्रम में बुलाते और कहते कि मैं ही भगवान हूं। तुम मेरी सेवा करो। सब कुछ गुरु को समर्पण कर दो।
विवाहिता ने बताया कि आश्रम में रोजाना रात को आठ से दस महिलाएं रुकती थीं। विवाहिता का आरोप है कि उसे एक दिन रात को बाबा ने छत के ऊपर बने कमरे में बुलाया। कमरे में उसे एक गोली दी और कहा कि यह प्रसाद है। बाबा ने कहा कि ईश्वर का ध्यान करो और समर्पण का भाव रख सब कुछ दे दो। गोली खाते ही उसे कुछ नशा होने लग गया। तब बाबा ने दुष्कर्म किया। छह महीने के बाद आश्रम में गई तो बाबा ने बुलाकर दोबारा से दुष्कर्म किया। विरोध करने पर बर्बाद करने की धमकी दी।
इस तरह बाबा की करतूत आई सामने
आश्रम में जब महिला ने जाना छोड़ दिया तो तपस्वी बाबा की नजर पीड़िता की 20 वर्षीय बेटी पर पड़ गई। बाबा ने महिला के पति को कहा कि वह बेटी को लेकर आश्रम आया करो, जिसका महिला ने विरोध किया। इस विरोध का जो कारण महिला ने बताया, वह चौंकाने वाला था। पीड़िता ने खुद के साथ हुई घटना की जानकारी दी। परिवार में बात करने पर पता लगा कि उसकी भाभी व जेठानी से भी बाबा ने डरा-धमका कर दुष्कर्म किया। उसके पति व भाई ने बाबा को फोन कर दुष्कर्म के बारे में पूछा तो बाबा ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दे दी।