तबलीगी जमात का मतलब क्या है?
विश्व की सतह पर सुन्नी इस्लामी धर्म प्रचार आंदोलन है, जो सिर्फ मुसलमानों को मूल इस्लामी पद्दतियों की तरफ़ बुलाता है। खास तौर पर धार्मिक तरीके, वेशाभूश, वैयक्तिक गति विधियां। माना जाता है कि इस चिन्तन वाले लोगों की संख्या बारह और 150 मिलियन है! (दक्षिण एशिया में इनकी संख्या अधिक है, और 150 से 213 देशों में ! येह कांम इंटरनेशनल पैमाने पर हो रहा है।
आंदोलन को 1927 में मुहम्मद इलियास अल-कांधलवी ने भारत में शुरू किया था। इस का मूल उद्देश्य आध्यात्मिक इसलाम को मुसलमानों तक पहुंचाना और फैलाना।
इस जमाअत के मुख्य उद्देश्य "छ: उसूल" (कलिमा, सलात-नमाज, इल्म, इक्राम-ए-मुस्लिम, इख्लास-ए-निय्यत, दावत-ओ-तबलीग) हैं। यह एक धर्म प्रचार आंदोलन माना गया।
इस प्रचार मे हिस्सा लेने वाले अपने पैसो से जुडते है, अपना खाना खुद बनते है, और मस्जिद मे 3, 40 या 120 दिन ठहर कर अतराफ के मुसलमानो मे सुधारक कांम करते है। इनका ना कोई लोगो है, ना कोई रजिस्ट्रेशन है।