आजादी के 75 वर्ष बाद हाथिया दिल्ली के 300 घरो में जलेगा बिजली का बल्ब
न्यूज टुडे टाइम की ख़बर का मात्र 36 घंटे में असर
सरपंच ने राजस्थान सरकार व न्यूज़ टुडे का जताया आभार
न्यूज़ टुडे टाइम को दिए अपने वक्तव्य में सरपंच राकेश मईडा ने कहा की जब से भारत आज़ाद हुआ है तब से राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ पंचायत समिति के हाथिया दिल्ली गांव में लाईट की कमी थी यहाँ के 300 घरों में विद्युत की समस्या थी। मईड़ा राजनैतिक चाटुकारों को आड़े हाथो लेते हुए कहा की क्षेत्र में कई नेता आए और गए लेकिन किसी ने भी इस समस्या का समाधान नहीं किया। मईड़ा ने कहा की कुशलगढ़ की वर्तमान विधायिका महोदया रमिला खड़िया ने अपने अथक प्रयासों से पूर्व में इस सम्बन्ध में विधानसभा में मुद्दा भी उठाया था ओर उन्होंने बार-बार कोशिश भी की, कि कुशलगढ़ एवं मोहकमपुरा जीएसएस से यहाँ लाईट लाई जाए और उन्होंने सम्बंधित अधिकारीयों को समस्या के निराकरण के लिए अवगत भी कराया जिससे आज आज़ादी के 75 वर्ष बाद यहाँ लाईट आ सकी है।
आजादी के 75 वर्ष बाद हाथिया दिल्ली के 300 घरो में जलेगा बिजली का बल्ब
न्यूज़ टुडे टाइम के द्वारा हाल ही में हाथिया दिल्ली के 300 मकानो में बिजली के पोल व कनेक्शन के आभाव में क्षेत्रवासियों के घरों में एक भी बिजली का बल्ब नहीं जलने को लेकर खबर प्रकाशित की गई थी, जिस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार और प्रशासन द्वारा मुस्तैदी से कारवाही की गई।
जानकारों का कहना है की क्षेत्र में अब बिजली के पोल भी लगने शुरू हो गए है और बहुत जल्द अब वहा के घरों में बिजली के बल्ब भी चमकने लगेंगे। सरकार और प्रशासन की इस सकारात्मक त्वरित कारवाही को लेकर क्षेत्र के सरपंच राकेश मईडा ने क्षेत्रवासियों की ओर से राजस्थान सरकार व न्यूज़ टुडे टाइम का आभार जताया है।
जानते है क्या था पूरा मामला?
आजादी के 75 साल बाद भी नहीं जला हाथिया दिल्ली के 300 मकानो में बिजली का एक भी बल्ब
केन्द्र या राज्य में किसी की भी सरकार हो, हर सरकार चुनाव के समय लोक लुभावन वादे कर जनता से वोटों की भीख मांगकर अपना उल्लू साधने में कोई कसर नहीं छोड़ती है। वही भोली-भाली जनता इन खादीधारी नेताओं के झांसे में आकर अपना अमूल्य वोट इन अहसान फरामोश नेताओं को जितवाती देती है। छल कपट से अनजान जनता यह सोचती है कि उनके द्वारा चुने गए नेता गरीबों की हिमाकत करेंगे लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि जो जनता भरोसा कर नेताओं को सत्ता की चाबी सोपती है, वही नेता पांच साल तक सत्ता के सिंहासन पर विराजमान हो कर अपना उल्लू साधने में कोई कसर नहीं छोड़ते है, भले ही जनता जाएं भाड़ में।
आज हम राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखंड क्षेत्र के खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बगायचा के गांव हाथिया दिल्ली की खबर बता रहे हैं। आप सभी जानते है कि हमारा देश पंद्रह अगस्त सन उन्नीसो सेतालिस (15-08-1947) को आजाद हुआ आज आज़ादी के 75 साल बाद भी इस गांव के लगभग 300 मकानो में सरकार ने बिजली के पोल तक नहीं लगवाए है, जिससे इस गांव में आज तक बिजली का एक भी बल्ब नहीं है।
देश में सरकारें आती जाती रही वही वादों और घोषणाओ के बीच यहा के मतदाता झुठे आश्वासन की चक्की में पिसते रहें। मगर राजनीतिक दल इन लोगों पर मैहरबान क्यों नहीं हुए? मौके पर बिजली विभाग ने पोल ज़रुर भेजे मगर गरीबों को यह टिस है कि आखीर बिजली कब आएगी? वैसे भी राजनीति में आम जनता के टैक्स के पैसों पर नेताओं की अय्याशी एक आम बात हो चुकी है। आप देखेंगे तो पाएंगे की राज्य में राज्यसभा सदस्य के लिए एक-एक वोट के लिए भी कांग्रेस पार्टी और भाजपा बाड़ा बंदी कर फाईव स्टार होटलों में अपना बहुमत सिद्ध करने के लिए ताल ठोक रहीं हैं। वहीं आज भी हाथिया दिल्ली के 300 घरो के लोग बिजली के एक बल्ब को मौहताज क्यों है? इनका कसुर सिर्फ इतना है कि इन्होने निकम्मे नेताओं को वट देकर सिरमौर बनाया। वही नेता आज सत्ता का सुख भोग रहे हैं व हाथिया दिल्ली के 300 घरो में बिजली तक नहीं पहुंचा पाएं है। सरकार के कई अधिकारी प्रशासन गांव के संग अभियान में आए रात्रि चौपालें भी हुई, जन सुनवाई भी हूई बारी-बारी राजनीति पार्टियों ने राज भी किया मगर जनता की वाजिब मांग पर ध्यान नहीं दिया गया।
सीसी रोड का आज भी लोगों को है दर्द
जब से देश के प्रधानमंत्री जी ने महात्मा गांधी नरेगा योजना लागु की ताकी ग्रामीण क्षेत्रों में गरिबों को समय-समय पर रोजगार उपलब्ध हों, वहीं वार्ड सभा से लेकर ग्राम सभा में पक्के कार्यों का प्रस्ताव लेकर पंचायत समिति की व जिला परिषद की साधारण सभा में पंचायत द्वारा लिए प्रस्ताव पर राजस्थान सरकार वित्तिय एवं प्रशासनिक स्वीकृति देकर लोगों के लिए सीसी रोड का निर्माण कर सकें और लोग उस सीसी रोड पर सुगमता पूर्वक चल सके, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पंचायत में बैठें जनता के प्रतिनिधि व नौकरशाह ही सीसी रोड का हकीकत की ज़मीं पर असली आमली जामा तक नहीं पहना पाए।
यहाँ हम आपको राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ पंचायत समिति की बस्सी ग्राम पंचायत के बाद रुपगढ पंचायत में दिवंगत सरपंच गौतम की मृत्यु के बाद रुपगढ पंचायत में सब सेंटर से जिवणा पिता कभजी भगत के घर तक बनी सीसी रोड पर सरकार प्रशासन का ध्यान आकर्षित कर रहे है। इस सीसी रोड के निर्माण के लिए मौके पर गिट्टी, रेती भी डाली गई पर रोड ही नहीं बना, सरपंच साहब तो क्षेत्रवासियों को सीसी सड़क के सपने दिखाकर स्वर्ग सीधार गए लेकिन क्षेत्र की जनता आज भी टकटकी लगाए उस आधे अधूरे पड़े सीसी रोड़ की बाट जो रही है।
छः माह से उपखंड अधिकारी का पद रिक्त, 3 लिपिकों के भरोसे उपखंड कार्यालय
बीटीपी ने मुख्यमंत्री के नाम सोपा ज्ञापन
बांसवाड़ा/राजस्थान।। भारतीय ट्राइबल पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार को जिला कलेक्टर बांसवाड़ा के माध्यम से राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजयभाई मईडा के नेतृत्व में बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखंड कार्यालय पर उपखंड अधिकारी का पद पिछले 6 माह से रिक्त होने के लेकर इस ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने हेतु ज्ञापन दिया गया।
3 लिपिकों के भरोसे उपखंड कार्यालय
बीटीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि उपखंड कार्यालय में सामान्य प्रशासन के 9 पद स्वीकृत है, उसमें से कार्यरत कार्मिक मात्र 3 लिपिक है ओर रिक्त पद 6 हैं। इन 3 लिपिकों के भरोसे उपखंड कार्यालय चल रहा है ऐसी स्थिति में कुशलगढ़ क्षेत्र में 51 पंचायतें आती है, क्षेत्र से जुड़ी जनता के प्रशासनिक कार्य एवं आमजन की सुनवाई पिछले कई माह से नहीं हो रही है। साथ ही नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ होने जा रहा है इस वजह से क्षेत्र के विद्यार्थियों को जाति, मूल निवास प्रमाण पत्र समय पर नहीं बन पा रहे हैं। सरकारी कामो को लेकर यहां का आम जन दर-दर की ठोकरें खाने को मज़बूर हो गया है। लेकिन यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं सरकार के द्वारा इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। यहां के आमजन में इस बात को लेकर काफी आक्रोश है, समस्या को देखते हुए तत्काल प्रभाव से उपखंड अधिकारी के रिक्त पद को भरने के की मांग भारतीय ट्राइबल पार्टी द्वारा की गई है। ज्ञापन देते समय छोटी सरवा मंडल उपाध्यक्ष शानू भाई, शाहिद सिंधी, इमरान, महेश, औकार, अनिल, सुभाष, आदि कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।